
Bhagalpur Bomb Blast : भागलपुर के तातारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक मोहल्ले में (blast in bhagalpur) गुरुवार रात करीब पौने 12 बजे एक घर के अंदर हुए बम धमाके (during bomb making) ने तबाही मचा दी। कुल तीन घर इस धमाके में जमींदोज हो गए, वहीं एक महिला व एक बच्चा समेत 14 की (12 Died During Bomb Blast In Bhagalpur Of Bihar) मौत हो गई। आसपास के कुछ और मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार की रात एक-एक कर कई धमाके हुए। इससे पूरा शहर दहल उठा। धमाके की गूंज पूरे शहर में सुनाई दी। धमाका इतना जबरदस्त था, इससे दो से तीन मकानों को नुकसान पहुंचा है। भागलपुर में हुई इस बम विस्फोट (Bhagalpur Bomb Blast) की घटना में चौदह लोगों की मौत और 12 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी है।
भागलपुर रेंज के डीआईजी सुजीत कुमार (DIG Sujeet Kumar) ने घटना के प्राथमिक कारणों में बारूद, पटाखा और देसी बम बनाने की बात कही है। कहा कि एफएसएल की जांच के बाद कई चीजें सामने आएंगी।
घटना कोतवाली थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित एक मकान की है। इस ब्लास्ट से एक तीन मंजिला मकान जमींदोज हो गया। वहीं आसपास के एक-दो मकान भी इससे क्षतिग्रस्त हुए हैं। घटना की जानकारी पर डीआईजी सुजीत कुमार, डीएम सुब्रत कुमार सेन, एसएसपी बाबू राम भारी पुलिस बलों के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। घटनास्थल पर धेराबंदी कराते हुए दो जेसीबी लगाकर मलबा साफ कराने और उसमें दबे लोगों को निकालने का काम तेजी से शुरू कराया गया।
मलबा हटाने का काम जारी है। एक दर्जन से ज्यादा लोगों का इलाज मायागंज अस्पताल में चल रहा है। उसमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है। बम निरोधक दस्ता और एफएसएल की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है। एसडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची है।
विस्फोट से ऐसा थर्राया शहर, मानो भूकंप आया
काजवलीचक मोहल्ले में गुरुवार रात हुए बम विस्फोट से शहरी इलाका थर्रा गया। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि तातारपुर चौक और घंटाघर के आसपास तक लोग घर से बाहर निकल आए। घटना के एक घंटे के बाद तक बारूद की गंध पूरे शहरी इलाके में फैलती रही।
तातारपुर चौक के पास दोनों ओर के घरों की महिलाएं व बच्चे बाहर निकल आए। महिला आफरीन, शमीमा आदि ने बताया कि आवाज इतनी तीव्र थी कि खिड़कियां खटखटाने लगीं। ऐसा लगा किसी ने खिड़कियां खटखटाई हैं। हमलोग घर से बाहर आए तो देखा आसपास के लोग भी बाहर निकल आए।

पुलिस ने संकेत दिया है कि बम बनाने के दौरान यह धमाका हुआ। एसएसपी बाबू राम ने बताया कि प्रारंभिक जांच में बम बनाते समय धमाका होने की बात सामने आई है। बताया गया कि रात 11.35 बजे मोहल्ले में एक घर में धमाका हुआ। इस मकान में शीला देवी और लीला देवी रहती थी। दोनों गोतनी हैं। धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि आसपास के दो और मकान जमींदोज हो गए।

इसके अलावा कुछ और घरों को भी नुकसान पहुंचा है। मकान के टुकड़े आधा किलोमीटर दूर तक उड़े। धमाका शांत होने के बाद लोगों की भीड़ जुटी और खोजबीन शुरू हुई। शीला देवी, गणेश कुमार और एक छह माह के बच्चे की लाश मलबे से कुछ ही देर बाद निकाल ली गई। आधा दर्जन घायलों को भी एक-एक कर अस्पताल ले जाया गय। सभी मृतक और घायल काजवाली चौक, तातारपुर के निवासी हैं।
रात को एक बजे करीब जेसीबी मंगाई गई और मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। अंदर और कितने लोग थे, यह मलबा हटने के बाद पूरी तरह साफ हो पाएगा। घटनास्थल पर डीआईजी, एसएसपी, डीएम समेत कई वरीय अधिकारी पहुंचे। धमाके की वजह से बिजली के पोल-तार भी बिखर गए। अंधेरा होने के कारण राहत कार्य में दिक्कत आ रही थी।

धमाके को लेकर एसएसपी का कहना है कि घटना का कारण संभवतः पटाखा मैटेरियल विस्फोट है। अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार पीड़ित परिवारों में से एक परिवार पटाखा बनाने का काम करता था। जिसके घर में पहले भी विस्फोट की घटना हो चुकी है। उसी घर में विस्फोटक पदार्थ से विस्फोट होने की संभावना है। बम डिस्पोजल टीम तथा एफएसएल टीम के निरीक्षण के बाद स्थिति कुछ और स्पष्ट हो सकेगी।
घायलों के नाम और मृतकों में अभी तक जो जानकारी मिली है। इसके अनुसार, घायलों में रिंकू कुमार साह, 30 साल, आएशा मंसूर, 25 वर्ष, राहुल कुमार, 12 साल, सोनी देवी, 27 साल वहीं, मृतकों में गणेश प्रसाद सिंह, 60 साल
एक अज्ञात महिला, प्रियांशु, लीला देवी का नाती शामिल हैं।