बेनीपुर। भारत सरकार के निर्णय के आलोक में जिला पदाधिकारी दरभंगा के निर्देशानुसार बेनीपुर प्रखंड मुख्यालय में आयोजित दिव्यांग का प्रमाण पत्र प्रमाणीकरण शिविर माखौल बन कर रह गया।
जय बाबा केदार..!
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मात्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के दो चिकित्सक उपलब्ध हुए। जिला से आंख, नाक कान मुंह गला एवं ऑर्थोपेडिक चिकित्सक के नहीं आने के कारण सैकड़ों दिव्यांगजन निराश होकर लौट गए।
जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय की ओर से यूडीआईडी कार्ड बनाने के लिए दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत किया जाना था। इसका ऑनलाइन प्रमाणीकरण कर जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कार्यालय को उपलब्ध कराना था। लेकिन, स्वास्थ्य महकमा के कथित लापरवाही के कारण कार्यक्रम विफल होकर रह गई।
जानकार सूत्रों के अनुसार जिला में वर्तमान समय में 70465 दिव्यांगजन पंजीकृत हैं जिसमें 54407 का दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत हो चुका है, लेकिन यूडीआईडी कार्ड 49226 दिव्यांग जनों का बनाने के साथ-साथ उन्हें पोर्टल पर प्रमाणीकरण किया जाना बाकी है।
इसके लिए जिला पदाधिकारी की ओर से प्रखंडवार रोस्टर के अनुसार शिविर आयोजित किया जाना है। इसमें बेनीपुर प्रखंड मुख्यालय में बुनियाद केंद्र की ओर से चार मार्च को यह शिविर आयोजित की गई थी। लेकिन जिले से ना तो ऑर्थोपेडिक चिकित्सक और ना ही आंख नाक कान गला के चिकित्सक भाग ले सकें। परिणाम शिविर ढकोसला बन कर रह गई।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों का मानना है कि इसके लिए स्थानीय प्रशासन दोषी है। इसको लेकर एक पत्र निर्गत करते हुए कहा गया है कि आपकी ओर से विधिवत प्रचार प्रसार नहीं किया गया। सरकार का लाखों रुपए इस शिविर के नाम पर व्यय किया गया इसके लिए आप व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार हैं इसके लिए उच्चाधिकारी को लिखा जाएगा।
लेकिन, बुनियाद केंद्र के प्रबंधक सत्य प्रकाश साहू ने बताया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित सभी चिकित्सकों को ससमय सूचना दे दी गई थी लेकिन मात्र मेडिसिन एवं सर्जरी के चिकित्सक ही उपस्थित हो पाए ।