चंडीगढ़ से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर है जहां पंजाब के अमृतसर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के खासा मुख्यालय में जवान ने ताबड़तोड़ गोलीबारी कर अपने चार साथियों को मौत के घाट उतार दिया। जवान ने बाद में खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह वारदात रविवार सुबह की है।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अमृतसर के खासा में 144वीं बटालियन के मुख्यालय में तब हुई जब कॉन्स्टेबल सत्तेप्पा एस ने गलती से फायरिंग कर दी। इस घटना में आरोपी कॉन्स्टेबल सत्तेप्पा समेत 5 सैनिकों की जान चली गई है।
यह घटना भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अटारी-वाघा सीमा क्रॉसिंग से करीब 20 किलोमीटर दूर खासा इलाके में बल के भोजनालय में हुई। अधिकारियों ने बताया कि जिन कर्मियों की मौत हुई, उनमें गोलीबारी करने वाला जवान भी शामिल है। अधिकारियों ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
अमृतसर में बार्डर सिक्योरिटी फोर्स के खासा हेडक्वार्टर में रविवार सुबह ड्यूटी से नाराज एक जवान ने अपने ही साथियों पर फायरिंग कर दी। अपने साथियों पर फायरिंग करने के बाद जवान ने खुद को भी गोली मार ली। गोलीबारी में आरोपी समेत पांच जवानों की मौत हो गई है।
जानकारी के अनुसार, पंजाब के अमृतसर में तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) की एक मेस में फायरिंग की गई। इस हादसे में पांच जवानों की मौत हो गई है, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल जवान की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना आज रविवार को अमृतसर के खासा में 144वीं बटालियन के मुख्यालय में हुई, जब कॉन्स्टेबल सत्तेप्पा एस ने गलती से फायरिंग कर दी। इस घटना में आरोपी कॉन्स्टेबल सत्तेप्पा समेत 5 सैनिकों की जान चली गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि घटना रविवार सुबह साढ़े नौ बजे से पौने दस बजे के बीच हुई। कांस्टेबल सतेप्पा एसके ने अपनी सर्विस राइफल का इस्तेमाल किया। खासा इलाके में 144वीं बटालियन के परिसर में जहां यह घटना हुई, वह अटारी-वाघा सीमा से करीब 12-13 किलोमीटर दूर है। हताहतों में कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल रैंक के कर्मी शामिल हैं। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि घटना के तथ्यों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया गया है।