
फगुआ गीत
मणिकांत झा
(Manikant Jha)
वरिष्ठ साहित्यकार,
चुनाव आयोग ऑइकन,
पत्रकार, आकाशवाणी दरभंगा
फगुओ मे रहलहुँ पियासल गे बहिना
फगुओ मे रहलहुँ पियासल।
पूस माघ के ठरल जाड़ा
एसगर रहिक’ कयल गुजारा
फागुनो मे फोंके चाटल गे बहिना
फगुओ मे रहलहुँ पियासल।
निरबुधिया संग भेल जुड़िबंधन
रंग रभस नहि बूझय अनुखन
भाग सटायल अभागल के बहिना
फगुओ मे रहलहुँ पियासल।

बिढ़नी पचोहिया कियो उड़बितय
बकलेलहा के तुम्मा फुलबितय
मणिकांत संग आबैत भागल गे बहिना
फगुओ मे रहलहुँ पियासल।

मणिकांत झा,
दरभंगा, १९-३-२२
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