बिहार में दावत-ए-इफ्तार के नाम पर हो रही सियासत की एक औऱ बानगी गुरुवार की शाम देखने को मिली। तेजस्वी यादव जदयू की इफ्तार पार्टी में शिरकत करने पहुंचे। इफ्तार के आखिर में तेजस्वी को तब सकून जरूर हुआ होगा जब उनके नीतीश उन्हें गाड़ी तक छोड़ने गये।
कुछ दिन पहले ही आरजेडी की ओर से दी गई इफ्तार पार्टी में सीएम नीतीश कुमार भी पहुंचे थे। तेजस्वी यादव ने बड़े ही गर्मजोशी के साथ सीएम नीतीश का स्वागत किया था। आरजेडी के इफ्तार पार्टी में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। जेडीयू का साथ छोड़ने के बाद पांच साल में पहली बार नीतीश कुमार 10 सर्कुलर रोड पहुंचे थे।
लालू परिवार के साथ इफ्तार पार्टी में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि राजनीति और इफ्तार को मिलाकर नहीं देखना चाहिए। इसके बाद वह गृह मंत्री अमित शाह को रिसीव करने पटना एयरपोर्ट चले गए। इसपर भी कुछ लोगों को ऐतराज हुआ। उनका कहना था कि प्रोटोकॉल के मुताबिक इसकी कोई जरूरत नहीं थी।
इससे पहले 22 अप्रैल की इफ्तार पार्टी की खूब चर्चा हुई थी। राबड़ी देवी औऱ तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर इफ्तार पार्टी दी थी। नीतीश कुमार पैदल चलते हुए राबड़ी देवी के घर पर इफ्तार पार्टी में शामिल होने पहुंच गये थे। आज तेजस्वी ने उसका बदला चुकाया। पटना के हज भवन में जेडीयू ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था। तेजस्वी यादव अपने बड़े भाई तेजप्रताप यादव के साथ उस इफ्तार पार्टी में शामिल होने पहुंचे।
जदयू की इफ्तार पार्टी में तेजस्वी का हाल ये था कि वे अपने दोनों ओर बैठे नेताओं से बात भी नहीं कर पा रहे थे। ज्यादातर समय तक तेजस्वी खामोश बैठे ही रहे। तेजस्वी से कुछ दूरी पर डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद बैठे थे लेकिन वे भी दूसरे लोगों से ही बात करने में व्यस्त दिखे।
इफ्तार पार्टी जब खत्म हुई तो नीतीश औऱ तेजस्वी का मिलन हुआ। दोनों एक साथ ही हज भवन से बाहर जाने के लिए निकले। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच चलते-चलते गुफ्तगूं हुई औऱ फिर दोनों साथ ही अपनी गाड़ियों की ओर बढे। नीतीश कुमार गाड़ी में बैठने से पहले तेजस्वी की गाड़ी तक उनके साथ गये। इसके बाद नीतीश वापस गाड़ी के पास पहुंचे और फिर वहां से निकले।