गुजरात के मोरबी (हलवद) इलाके में एक नमक फैक्ट्री की दीवार ढह जाने से 30 से अधिक श्रमिक मलबे में दबने की खबर है। इस हादसे में 12 श्रमिकों के शव निकाले जा चुके हैं।
हादसे में 18 लोग घायल हुए हैं। घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दु:ख जताया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों का चार-चार लाख रुपये और प्रत्येक घायलों को पचास हजार रुपये के साथ उनका मुफ्त इलाज कराने की घोषणा की है।
30 श्रमिकों के दबे होने की आशंका
दीवार से सटाकर नमक की बोरिया जमाते वक्त यह हादसा हुआ। इसी दौरान दीवार भरभराकर गिर गई। कई मजदूरों की नमक की बोरियों के नीचे दबने से मौत हुई। 30 मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई है। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए जेसीबी और कटर का इस्तेमाल किया जा रहा है। घटनास्थल पर जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं। घायलों को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पीएम राहत कोष से दो-दो लाख की सहायता
पीएम ने कहा कि यह हृदय विदारक घटना है। दुख की इस घड़ी में वह शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उधर, पीएमओ ने कहा कि मृतकों के आश्रितों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख की सहायता दी जाएगी और घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी हादसे पर दुख जताया है।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने की 4-4 लाख रुपये देने की घोषणा
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने सीएम राहत कोष से मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। पटेल ने मोरबी के कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को तत्काल राहत व बचाव के निर्देश दिए हैं।
बताया गया कि हलवद जीआईडीसी क्षेत्र में सागर साल्ट नामक फैक्ट्री में दोपहर को एक दीवार अचानक ढह गई। घटना के समय वहां 30 से अधिक श्रमिक कार्य कर रहे थे। यह सभी दीवार के मलबे में दब गए। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने बचाव अभियान शुरू किया।
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय विधायक और कलेक्टर समेत कई उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। जेसीबी से मलबा हटाकर श्रमिकाें को निकालने का कार्य शुरू किया गया है। मलबे से अब तक 10 शव निकाले जा चुके हैं। इसके अलावा कई घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। हादसे में मरने वालों की संख्या में अभी और इजाफा होने की आशंका जताई जा रही है। बचाव कार्य चल रहा है।
दीवार ढहने का कारण अभी नहीं हो सका है। श्रमिकों ने बताया कि हादसे के शिकार मजदूर राधनपुर तहसील के गांवों के रहने वाले हैं। मृतकों की पहचान रमेशभाई नरसिम्हाभाई खिराना, श्यामभाई रमेशभाई कोली, दीपकभाई सोमानी, रमेशभाई मेघाभाई कोली, राजूभाई जेरामभाई, दिलाभाई रमेशभाई कोली, राजीबेन भरवाड, देवीबेन भरवाड, दिलीपभाई रमेशभाई, शीतबेन दिलीपभाई, दक्षाबेन रमेशभाई कोली और काजलबेन जेशाभाई के रूप में हुई है। मृतकों में पांच महिलाएं भी हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर शोक जताते हुए मृतकों के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार-चार लाख रुपये, घायलों को 50-50 हजार रुपये और उनका पूरा इलाज मुफ्त करवाने की भी घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नमक फैक्ट्री की घटना पर ट्वीट कर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा कि, मोरबी में दीवार गिरने की घटना काफी दुख पहुंचाने वाली है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करते हुए कहा कि स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद कर रहा है।