दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। मिर्जापुर दरभंगा में आशीष जी व महिपाल परिवार राजकुमारगंज मिर्जापुर, दरभंगा की ओर से आयोजित श्रीमदभागवत कथा के विश्राम दिवस की पावन कथा में मधुबनी जिला निवासी वर्तमान में, राम जानकी सेवा समिति, एवम श्याम सुंदर गोवर्धन गौशाला, धुलिया, महाराष्ट्र के संस्थापक गौ ऋषि राजीव कृष्ण जी महाराज के मुख से श्रीमद् भागवत कथा में महाराज श्री ने बताया कि श्रीमद् भागवत साक्षात् प्रभु हैं जहां भक्ति, ज्ञान, वैराग्य नित्य विराजता है, शरीर का पोषण भोजन से एवम मन का पोषण भजन से होता है।
आनंदी जीवन धन से नही शांति से है जो भक्ति प्रदान करती है, साथ ही महाराज श्री ने कहा कि मां ममता मयी होती है माता ही बालक की प्रथम गुरुकुल है,जो माता अपने बच्चों के दुर्गुण छिपाये वह माता बच्चों की हितेषी नही शत्रु है। माता का कर्तव्य बच्चों को कार नही संस्कार देना चाहिए।
जिसके प्रभाव से बालक खुद की शक्ति, ऊर्जा को जानकर स्वयं आत्मनिर्भर बने। भारत को ग्रन्थ एवम संत ही महान बनाते है। यह सन्देश देकर की गौमाता साक्षात् धरणी है। पर्यावरण रक्षण में गौमाता का बड़ा सहयोग है। राष्ट्र रक्षा का पर्याय गौमाता है।
गौसेवा ही गोपाल सेवा जगत सेवा ही जगदीश सेवा का दर्शन भागवत कराता है। निष्काम सेवा ही प्रभु सेवा है,आत्मा परमात्मा के मिलन ही महारास है। परमात्मा से मिलने की कथा श्रीमदभागवत है। यह कथा महाराजश्री के रामजानकी यूट्यूब चैनल पर चलता है, जिसमे वृन्दावन के कलाकारों की ओर से अद्भुत झांकी दर्शन भी कराया जा रहा है।
सात दिनों से चल रहे इस भावत कथा के समापन अवसर पर शहर से काफी संख्या में भक्त प्रेमी उपस्थित हुये थे। आगत श्रद्धालुओं के स्वागत में परमानंद महिपाल, अजय महिपाल, विनय महीपाल, विक्रम आशीष महीपाल, अरविंद महिपाल, शुभम महिपाल श्रद्धा व भसक्ति भाव से लगे हुए थे।