दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी राजीव रौशन (DM Rajeev Roshan) की अध्यक्षता में जल-जीवन-हरियाली अभियान के अन्तर्गत 11 अनुषंगी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गयी।
समीक्षा के क्रम में बताया गया कि 05 एकड़ से अधिक की जल संरचनाएं 174 से बढ़ाकर 182 कर दिया गया है। लघु सिंचाई के अभियंता ने बताया कि जिन 08 संरचनाओं को जोड़ा गया है, उनमें 10 फीट पानी है। जिसके कारण कार्य प्रारंभ नहीं हो पा रहा है।
बताया गया कि ग्रामीण विकास विभाग की ओर से 279 जल निकायों का जीर्णोद्धार करवाया गया है।48 तालाब बचे हुए हैं। जिलाधिकारी श्री रौशन ने 02 सप्ताह में इस कार्य को पूर्ण कर लेने का निर्देश दिया। बताया गया कि जिले में 119 आहर हैं, उनमें से 92 में कार्य करवाया गया है, कुल-186 पईनों में से 183 पर कार्य कराया गया है, जिनमें से 110 पर कार्य पूर्ण हो गया है। लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 07 जल संरचनाओं में कार्य कराया गया है।
अतिक्रमण वाले तालाबों के संबंध में निर्देशित किया गया कि जिन तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराना है और उनमें से जो तालाब अभी भी अतिक्रमण मुक्त नहीं हुए हैं, उन तालाबों को एक सप्ताह के अन्दर अतिक्रमण मुक्त कराएं।
बैठक में निदेशित किया गया कि सभी अंचलाधिकारी चिन्ह्ति तालाबों एवं कुंआ का सत्यापन कर लेंगे। अभी भी अंचलाधिकारी स्तर पर 370 कुंआ का सत्यापन लंबित है। निर्देशित किया गया कि कुआं का सत्यापन करते हुए उन्हें पोर्टल पर अपलोड करा दिया जाए। खासकर के सिंहवाड़ा, मनीगाछी, जाले, दरभंगा सदर, बेनीपुर में सत्यापन का कार्य लंबित बताया गया।
पीएचईडी की ओर से बताया गया कि उनकी ओर से 326 कुंओं का जीर्णोद्धार कार्य कराया जा चुका है। पूर्व में विभाग की ओर से 324 कुंआ चिन्ह्ति किए गए थे, जो बढ़कर 345 हो गया है। 22 सोख पीट निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। पंचायती राज विभाग की ओर से 221 कुंआ का जीर्णोद्धार कार्य आरंभ कराया गया है, जिनमें से 151 में कार्य पूर्ण हो चुका है तथा दरभंगा नगर निगम की ओर से 40 कुंआ का जीर्णोद्धार कार्य कराया जा चुका है।
बैठक में बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र के 1529 सार्वजनिक चापाकलों के किनारे सोख्ता का निर्माण कराया जा चुका है, जबकि शहरी क्षेत्र में 203 चापाकलों के किनारे सोख्ता का निर्माण कराया जा चुका है। ग्रामीण क्षेत्र में 364 सार्वजनिक कुंआ के किनारे तथा शहरी क्षेत्र में 35 सार्वजनिक कुंआ के किनारे सोख्ता का निर्माण कराया गया है।
बताया गया कि छोटी-छोटी नदियों के जल संग्रह क्षेत्र में जल संचयन के लिए 23 चेक डैम का निर्माण कराया जा रहा है।
बताया गया कि पौधरोपण के लिए 06 पौधशाला पर काम चल रहा है। बैठक में टपकन सिंचाई, जैविक खेती, सौर ऊर्जा एवं छत वर्षा जल संचयन की भी समीक्षा की गयी।
बैठक में बताया गया कि 505 एकड़ में जैविक खेती तथा 57.85 एकड़ में टपकन सिंचाई कराया जा रहा है। बैठक में उप विकास आयुक्त अम्रिषा बैंस, डीआरडीए निदेशक गणेश कुमार, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता के साथ-साथ अन्य संबंधित पदाधिकारीगण, अभियंतागण उपस्थित थे।
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