बाबा की नगरी देवघर से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। यहां, देवघर एयरपोर्ट से यात्रियों को लेकर जहाज के उड़ान भरने की तैयारी अब पूरी हो चुकी है।
इंडिगो फ्लाइट की लैंडिंग मंगलवार को करने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि देवघर एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू करने से पहले एयरलाइन कंपनी इंडिगो का ट्रायल सफ़लतापूर्वक हो गया है। अब महज कुछ दिनों में ही देवघर से हवाई सेवा की शुरुआत को हरी झंडी मिलेगी।
इससे पहले की तैयारी के बारे मिली जानकारी के अनुसार, देवघर एयरपोर्ट से विमान अब उड़ान भरने को तैयार हैं। ट्रायल की तैयारी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने शुरू कर दी है। पहली उड़ान भरने वाली एयरलाइंस को फायर ब्रिगेड की गाड़ी से वाटर सेल्यूट दिया जाएगा।
अब देवघर एयरपोर्ट का डीजीसीए की ओर से टेक्निकल एनओसी और ट्रायल की औपचारिकताएं पूरी होते ही केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय से देवघर एयरपोर्ट के उद्घाटन की तारीख का इंतजार किया जाएगा। इससे पहले फर्स्ट फ्लाइट का वाटर सैल्यूट समेत बाकी की तैयारियां की जा रही है। जानकारी के अनुसार, सारी कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने देवघर एयरपोर्ट से फ्रीक्वेंसी रेंज के अनुसार स्लॉट फिक्स किया है। फ्रीक्वेंसी रिपोर्ट आने के बाद देवघर एयरपोर्ट के नजदीकी एयरपोर्ट रांची, दुर्गापुर, पटना और कोलकाता हवाई मार्ग में एयर ट्रैफिक का पता फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन को लग चुका है।
इस नजदीकी एयरपोर्ट की फ्रीक्वेंसी और एयर ट्रैफिक के अनुसार स्पाइसजेट व इंडिगो स्लॉट दिया गया है। इंडिगो व स्पाइसजेट शुरुआत में अपने स्लॉट के अनुसार दिल्ली, कोलकाता, रांची व बेंगलुरु के लिए उड़ान शुरू करेगी। कोलकाता एयरपोर्ट से देवघर में उड़ान शुरू करने के लिए इंडिगो व स्पाइसजेट की फ्लाइट आएगी।
पहली बार वाटर सैल्यूट दिया जाएगा
वाटर सैल्यूट के लिए रनवे में फ्लाइट के लैंडिंग स्पॉट को भी चिह्नित कर लिया गया है। फ्लाइट के दोनों किनारे पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां किस जगह लगी रहेगी और कैसे वाटर सैल्यूट किया जायेगा, इसकी भी तैयारी कर ली गई है। देवघर एयरपोर्ट से उड़ान भरने के लिए एयरलाइंस कंपनियों में सबसे पहले स्पाइसजेट ने ही रुचि दिखाई है। एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद पहला कमर्शियल फ्लाइट स्पाइसजेट का हो सकता है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के देवघर यूनिट के अधिकारी पहली फ्लाइट की लैंडिंग और टेकऑफ की सारी टेक्निकल तैयारियां पूरी करने में जुटे थे।
पिछले नवंबर माह में चल रही तैयारियों पर एक नजर डालें तो रन वे का काम पूरा होने के बाद रन वे के दोनों किनारे जमीन का समतलीकरण भी लगभग पूरा होने को था। रन वे क्षेत्र में अब किसी को भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी रास्ते को सील कर दिया गया है जो निर्माण कार्य के समय खोल कर रखा गया था।
सभी सूचनाओं से फोटो सहित रिपोर्ट बनाकर एयरपोर्ट आथोरिटी को भेजा जा चुका है। अब सबकुछ दिल्ली से तय होना है।टर्मिनल के सटे हिस्से में बैरियर लगाया जा रहा है। टर्मिनल के सामने के हिस्से से लेकर पार्किंग तक अब केवल पेंटिग का काम हो रहा है जो तीन चार दिन में पूरा हो जाएगा।