गत अप्रैल महीने में आसमान में अद्भुत खगोलीय घटना देखने को मिला। इसके साथ ही ग्रहों-सितारों में दिलचस्पी रखने वालों के लिए इस महीने अलग-अलग दिनों में विभिन्न तरह की दुर्लभ प्राकृतिक नजारों को अपनी खुली आंखों से भी देखने का मौका मिलेगा।
अब, खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए शुक्रवार, 24 जून का दिन खास होने जा रहा है। इस दिन सुबह-सुबह आसमान में सात ग्रह वंदनबार बनाते हुए एक कतार में नजर आएंगे। इस विशेष खगोलीय घटना को बिना टेलीस्कोप के खाली आंखों से देखा जा सकता है, लेकिन इसके लिए सुबह जल्दी उठना पड़ेगा।
इस दौरान अगर आसमान साफ हो तो बृहस्पति, शुक्र, मंगल और शनि एक लाइन में लगे हुए नजर आएंगे। जैसे-जैसे तारीखें बढ़ेंगी, यह नजारा और भी स्पष्ट होता चला जाएगा। फिर उसमें चंद्रमा भी शामिल होगा और वह भी एक ही लाइन में नजर आएगा।
सबसे पहले सबसे पहले यह तारीख 17 अप्रैल को आई। इस दिन सौर मंडल के चार प्रमुख ग्रह यानी बृहस्पति, शुक्र, मंगल और शनि आकाश में एक कतार में नजर आना शुरू हो गए। पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में रहने वाले लोग, इस खूबसूरत खगोलीय घटना का ज्यादा अच्छे से दीदार कर सकेंगे। 20 अप्रैल तक आते-आते यह नजारा थोड़ा और स्पष्ट और सुंदर प्रतीत होने लगा। ग्रहों की इस लाइन में सबसे आखिरी एंट्री शनि की होगी। लेकिन, यदि आप इस प्राकृतिक ग्रह मिलन का गवाह बनना चाहते हैं तो आपको सूर्योदय से पहले पूर्व दिशा में आसमान का अवलोकन करना होगा।
भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बुधवार को बताया कि शुक्रवार सुबह आकाश में बुध (मरकरी), शुक्र (वीनस), चंद्रमा (मून), मंगल (मार्स), बृहस्पति (जुपिटर) और शनि (सेटर्न) खगोलीय पिंडों की वंदनबार उगते सूर्य का स्वागत करेगी।
ये सभी खगोलीय पिंड अलसुबह 4 बजकर 30 मिनट पर पूर्वी आकाश से शुरू होकर सिर के ठीक ऊपर तक एक कतार के रूप में नजर आएंगे। ठीक पूर्व में कुछ ऊंचाई पर बुध, उसके कुछ ऊपर तेज चमकता शुक्र, इसके ऊपर चंद्रमा, फिर लाल ग्रह मंगल, उसके कुछ ऊंचाई पर सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति और सबसे ऊपर शनि ग्रह होगा। यह आकाश में लगभग 106 डिग्री में फैले होंगे।
इन सभी ग्रहों को बिना टेलिस्कोप से खाली आंखों से देखा जा सकेगा। इन पांच ग्रहों के साथ यूरेनस और नेप्च्यून ग्रह भी होंगे, लेकिन इन्हें किसी बड़े टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकेगा। ग्रहों के कतार की यह इस साल की विशेष खगोलीय घटना है। शुक्रवार को जल्दी उठकर ग्रहों की कतार देखने के लिए तैयार रहें, क्योंकि इस तरह खास खगोलीय घटनाएं कई साल में देखने को मिलती हैं।
2005 में दिखाई दिया था ऐसा नजारा
वर्ष 2005 में तीन बार ग्रह एक लाइन में आए थे। शिकागो एडलर प्लैनेटेरियम की एस्ट्रोनॉमी एजुकेटर मिशेल निकोल्स ने कहा कि हमारे पास दुर्लभ मौका है। आसमान में एक, दो या तीन ग्रहों का एलाइनमेंट होता है, लेकिन इस बार चार ग्रह एक लाइन में आ रहे हैं। यह दुर्लभ है। वहीं जून में सात ग्रहों को एक लाइन में देखना बेहद खास होगा।