

मदरसों में पढ़ाई पर योगी सरकार ब्रेक लगाने जा रही है। अब उम्र की सीमा भी तय हो रही है। छात्र अब तय आयु में ही मदरसों में दाखिला ले सकेंगे।
एक निश्चित आयु के लोग ही मदरसों में दाखिला पा सकेंगे। सरकार इस पर भी काम कर रही है कि मदरसों से राष्ट्रविरोधी हरकत करने वाले न निकलें। बल्कि वह राष्ट्रवादी हों और अपने कॅरियर के प्रति उनका झुकाव हो।
जानकारी के अनुसार, योगी सरकार-02 के सौ दिन पूरे होने के अवसर पर पशुधन एवं दुग्ध विकास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने शुक्रवार को लोकभवन में अपने विभाग की उपलब्धियां गिनाईं।  इस दौरान यह बात सामने आई कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मदरसों को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है। योगी सरकार मदरसों में पढ़ाई करने वाले छात्रों की आयु सीमा तय करने जा रही है।
इस दौरान यह बात सामने आई कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मदरसों को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है। योगी सरकार मदरसों में पढ़ाई करने वाले छात्रों की आयु सीमा तय करने जा रही है।
पत्रकारों के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की आयु सीमा तय की जाएगी। प्रयागराज में पिछले दिनों हुई एक घटना के दौरान मदरसों के बच्चों ने पत्थरबाजी की थी। उसमें कुछ बड़ी उम्र के लोग भी शामिल थे। उक्त घटना में मदरसों के बच्चों की संलिप्तता की जांच भी चल रही है। लिहाजा सरकार मदरसों में पढ़ने वालों की आयु सीमा तय करेगी।
मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की आयु सीमा तय करने की तैयारी सरकार कर रही है। मदरसों से जुड़े बच्चों का पत्थरबाजी में लिप्त होना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार चाहती है कि मदरसों में पढ़ाई इस प्रकार की हो जिससे वहां से निकलने वाले बच्चे राष्ट्रीयता से ओतप्रोत हों और मदरसों में ऐसी पढ़ाई नहीं होगी जिससे कोई आतंकी बने। बच्चे देश का भविष्य हैं। सरकार उनकी पढ़ाई की चिंता कर रही है। उन्हें अत्याधुनिक शिक्षा से जोड़ा जा रहा है।




 
