मोतिहारी से इस वक्त एंटी ह्युमन ट्रेफिकिंग यूनिट से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है जहां टीम ने रक्सौल स्थित राम जी चौक के पास से शनिवार को दो पंद्रह साल की नेपाली लड़कियों को मानव तस्करों के शिकंजे से मुक्त कराया है। साथ ही उन्हें नेपाल पुलिस और एनजीओ माइती नेपाल के सरंक्षण में भेज दिया है। दोनों लड़कियों को दिल्ली आने के लिए मैसेज किया गया था। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, मुक्त करायी गई लड़कियों की फ़ोन चेक करने पर उसमे उन्हें रूपये पैसे और जेवर लेकर दिल्ली आने का मैसेज मिला था। इन्वेस्टीगेशन टीम अब उस व्यक्ति की जानकारी लेने में जुट गयीं है।
एएचटीयू के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि मुझे नेपाल से इसकी जानकारी मिली थी कि वहां की दो लड़की को तस्कर दिल्ली में झांसा दे कर बुला रहे हैं। उक्त दोनों लड़की 11:45 बजे रात्रि में रक्सौल से आनन्द विहार के लिए जाने वाली है। उसके बाद छानबीन कर दोनों लड़की को ढूंढकर निकाल लिया गया।
लड़की के परिजन ने बताया किसी के कहने पर दोनों नाबालिग तीन दिन पहले काठमांडू से बिना कोई सूचना दिये घर का सोना और पैसा ले कर निकल गयीं थी।कई जगह इन्हे ढूंढा गया लेकिन नहीं मिले नेपाल में एफ.आई.आर.दर्ज करवायी। फिर घर वालों को सोशल मीडिया में इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा का नंबर मिला तो उन्हें सारी जानकारी दी गई और इन्हे ढूंढ निकाला गया है।
दोनों नाबालिगों को माइती नेपाल (एनजीओ) व नेपाल प्रहरी बीरगंज को सौंप दिया गया है। माइती नेपाल की हेड गोमा पोडेल ने एएचटीयू टीम रक्सौल (मानव तस्करी रोधी ईकाई) की प्रशंसा की है।