संजय कुमार राय, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो प्रमुख। बिहार राज्य के राजधानी पटना में दो संदिग्ध आतंकियों के पकड़े जाने के बाद पूरे राज्य में सनसनी फैल गई है।
राज्य या देश को तबाह करने के उद्देश्य से चलाई जा रही आतंकी संगठन को साथ देने के लिए कई मासूमों को ट्रेनिंग देकर उसे आतंकी बनाया जा रहा है, जो देश के लिए घातक है। मजेदार बात यह है कि पुलिस से सेवानिवृत लोग यदि ऐसे ऐसे गुनाहो को अंजाम देने लगे तो फिर कई प्रश्न उठना लाजमी है।
पटना पुलिस ने फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र के नया टोला मुहल्ला से दो संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया है। दोनों संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद पटना में पुलिस की चहल कदमी बढ़ गई हैं।
एएसपी मनीष कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि पटना के फुलवारी शरीफ अंतर्गत नया टोला में अहमद पैलेस नाम के भवन में समाज विरोधी काम करने को लेकर सूचना मिल रही थी !उन्होंने कहा कि उन्हें यह भी सूचना मिली कि यहां बच्चों को कराटे की ट्रेनिंग के साथ साथ देश विरोधी कारनामों की ट्रेनिंग की सूचना मिल रही थी। इसी सूचना पर जब छापेमारी हुई तो दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। यही नहीं कई कागजात ऐसे मिले जो देश विरोधी थे। पकड़े गए लोगों में झारखंड से सेवानिवृत सब इंस्पेक्टर मो. जलालुद्दीन एवं अतहर परवेज है। इन सभी का फंडिंग बंगला देश और पाकिस्तान से होने की बात सामने आ रही है।
पुलिस ने बताया कि दोनों के पूछताछ के बाद एक बात यह सामने आई है कि वर्ष 2045 तक इनकी मंशा भारत को इस्लामिक देश बनाने की हैं। पुलिस के समक्ष इन गुनेह्गारो ने यह भी स्वीकार किया हैं कि ये सिमी से जुड़े हुये हैं और इसका रिश्ता पीएफआई से भी जुड़ा हुआ हैं !यही नहीं धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए भी बच्चों को प्रशिक्षण दे रहें थे !एएसपी मनीष कुमार ने बताया कई राज्य से लड़के जैसे केरल, पश्चिम बंगाल, झारखंड, उड़ीसा यहां पढ़ने के नाम पर आते थे जिसे देश विरोधी गतिविधियों के लिये ट्रेंड कर रहा था। आतंकी संगठन को मजबूत करने के लिए काम कर रहा था।
फिलहाल पटना पुलिस इन सभी से और भी पूछताछ कर रही है। कई मामलों से पर्दा उठने की संभावना है। यहां बता कि डेढ़ दशक पहले दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर से एनआई की टीम ने करीब डेढ़ दर्जन कथित आरोपी को पकड़ा था।
पुलिस के दबिश के कारण मिथिलांचल का क्षेत्र शांत हो गया था लेकिन पटना में दो संदिग्ध आतंकी के पकड़े जाने के बाद कई लोग शंका जाहिर कर रहें हैं कि मिथिलांचल में भी कहीं सिम्मी का नेटवर्क बढ़ तो नहीं रहा है।
एसएसपी मनीष कुमार पकड़े गये दोनों संदिग्धों से यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहें कि इन लोंगों का तार बिहार के किन किन जिलों से जुड़ा हुआ है। इनके संगठन में कितने लोग हैं। स्थानीय तोड़ पर कितने बच्चों को आतंकी गतिविधि में जोड़ा गया है। बाहर से कितने लोग पढ़ने आये थे या फिलहाल पढ़ रहें थे। सभी के बारे में पुलिस पूछताछ कर खंगाल रही है।
कुछ सालों पहले पटना के गांधी मैदान में माननीय प्रधानमंत्री के एक कार्यक्रम में बम विस्फोट हुआ था, जिसका मास्टरमाइंड समस्तीपुर जिला का ही रहने वाला था। फिलहाल पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।
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