बिरौल देशज टाइम्स डिजिटल डेस्क। जनप्रतिनिधियों के पीछे उनके नाम और पद पर जिंदाबाद का नारा लगाने वाले वैसे लोगों के लिए यह तमाचा नहीं तो और क्या है।
जी हां, यह कहना है गौड़ाबौराम प्रखंड अंतर्गत मनसारा पंचायत के हजारों लोगों का। जो लगभग पांच वर्षों से सड़क की दुर्दशा को झेल रहे हैं। मुख्यमंत्री से लेकर सभी वरीय अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों को यहां की जनता आवेदन के माध्यम से इस समस्या का निदान के लिए वर्षों से आग्रह करते आ रहे हैं। लेकिन सुनने और निदान करने की बजाए सभी इस सड़क पर बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहे हैं।यह सड़क मनसारा के निकट कमला तटबंध के पश्चिमी भाग से बैद्यनाथपुर होते हुए पलवा गांव तक जाती है। क्षेत्र के लोगों के मुताबिक बारिश के मौसम आते ही बैद्यनाथपुर गांव मे नौ सौ फीट निर्माण कार्य नहीं होने से सड़क की दुर्दशा देखने को देख रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
लोगों का कहना है कि रात के समय अगर किसी को हॉस्पिटल जाने नौबत आ पड़ा तो वह जाने के बजाए ग्रामीण चिकित्सक या फिर भगवान भरोसे उन्हें सुबह का इंतजार करना पड़ता है। पिछले पांच वर्षों में दर्जनों बाइक सवार जहां चोटिल हुए हैं वहां कई तीन और चार पहिया वाहन पलट गया है।
इस समस्या से सड़क निर्माण विभाग भी भली-भांति अवगत हैं। बावजूद, इसकी दुर्दशा यथावत बनी हुई है। दो से तीन हजार यात्री प्रति दिन इस सड़क मार्ग से होकर अपने गंतव्य स्थान के लिए जाते और आते हैं। लेकिन इसकी दुर्दशा देख लोग तत्काल आने जाने पर अपने आप पर अंकुश लगा दिया है।
आम लोगों के साथ प्रशासन के लोग भी परेशान हैं। प्रखंड प्रशासन के अधिकारी फंसने और दुर्घटना से बचने के लिए क्षेत्र नहीं आते।कई बार पुलिस गश्ती वाहन यहां फंस जाने पर जेसीबी के सहयोग से उसे निकाला गया। पुलिस पदाधिकारी दुर्घटना के शिकार हो गए। आखिर सड़क के इस दुर्दशा से क्षेत्र के लोगों को कब मुक्ति मिलेगी यह तो आने वाला समय ही बतायेगा।वर्तमान समय में इस क्षेत्र की जनता जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारी को कोस रहे हैं।