मुख्य बातें
सावन में सोलह श्रृंगार कर बाबा कल्याणेश्वर की होती है आरती
मिथिला नरेश राजा जनक के द्वारा स्थापित हैं बाबा कल्याणेश्वर महादेव
तीसरी सोमवारी को हर हर महादेव तो कहीं जय श्री राम के धुन से गुंजायमान हुआ कल्याणेश्वर महादेव स्थान
पूरे श्रावण में लाखों भक्त करते हैं बाबा कल्याणेश्वर पर जलाभिषेक
फोटो: सोलहश्रृंगार कर बाबा कल्याणेश्वर की आरती में शामिल श्रद्धालु
फोटो: कल्याणेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए कतार में खड़े भक्त
हरलाखी, मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। पवित्र श्रावण मास की तीसरी सोमवारी को प्रखंड क्षेत्र के सभी शिवालयों में जलाभिषेक के लिए शिवभक्तों की भीड़ देखने को मिली। इस दौरान ऐतिहासिक कल्याणेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की तीसरी सोमवारी के दिन हर हर महादेव का जयघोष गूंज रहा था। श्रावणी मेला को लेकर मंदिर के पुजारी सहित स्थानीय व्यवसायियों में काफी उत्साह दिखा है। सभी एकजुट होकर विश्व प्रसिद्ध मेले को सफलता पूर्वक निष्पादन करने की तैयारी में जुटे हुए हैं। मंदिर के पुजारी कृष्ण कुमार ठाकुर, शंभुनाथ ठाकुर, जगदीश ठाकुर, अरुण ठाकुर, हीरा ठाकुर, राजू ठाकुर, पप्पू ठाकुर ने बताया कि कल्याणेश्वर स्थान में शिवलिंग की स्थापना त्रेताकाल में मिथिला के राजा जनक की ओर से किया गया था। तब से यह स्थान लोगों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। मंदिर संबंधी विशेष जानकारी देते हुए पुजारियों ने बताया कि सावन माह में प्रत्येक दिन सायंकाल में बाबा का सोलहश्रृंगार कर आरती की जाती है। इस स्थान पर शिव लिंग की स्थापना आदिकाल में मिथिला के राजा जनक के द्वारा किया गया था। राजा जनक के द्वारा आदिकाल में मिथिलांचल के सिद्ध स्थल जनकपुर धाम के चारों दिशा में शिवलिंग की स्थापना की गयी थी। जिसमे एक बाबा कल्याणेश्वर शिवलिंग भी है। यह स्थान बाबा परमहंस को लेकर भी विख्यात है।
यहां पूरे सावन में करीब ढाई से तीन लाख श्रद्धालु जयनगर कमला नदी से जल भर कर बाबा कल्याणेश्वर स्थान में जलाभिषेक करते हैं। पुजारियों ने बताया कि यहां हम कुल 18 पंडा बाबा के सेवा में लगे रहते हैं। सावन माह में करीब 10 एकड़ में मेला भी लगाया जाता है।
जहां महीने भर में लगभग 50 लाख से अधिक का व्यवसाय किया जाता है। यहां श्रावण महीने में बाबा कल्याणेश्वर का दर्शन करने के लिए दूर-दराज से भक्तों का आना जाना लगा रहता है। मंदिर परिसर मे कार्यरत प्रदीप कुमार पंडा, शिव नारायण यादव, अनिल भारती, बबलू यादव, विजय कुमार, रामशुक्ल पासवान सहित कई लोगों ने बताया कि इस स्थान पर श्रावणी मेले में विधि व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों के अलावा पुलिस प्रशासन का योगदान सराहनीय रहता है।
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