मुख्य बातें
राजौरी के आर्मी कैंप पर फिदायीन हमला, सेना के तीन जवान शहीद
हमले को नाकाम करते हुए दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया गया
आतंकवादी हमले में घायल हुए सैन्यकर्मियों में एक अधिकारी भी
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के राजौरी के दारहाल में आतंकियों ने एक आर्मी कैंप पर फिदायीन हमला कर दिया। आतंकियों के हमले में तीन जवान शहीद हो गए, जबकि दो जख्मी हुए हैं। वहीं, सेना ने दो आतंकियों को भी मार गिराया। जम्मू-कश्मीर में काफी लंबे समय बाद आतंकियों का फिदायीन हमला देखने को मिला है। जख्मी जवानों को नजदीकी अस्पताल (Hospital) में भर्ती कराया गया है।
जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा,’ राजौरी के दारहाल में एक आर्मी कैंप में कुछ लोगों ने अंदर घुसने की कोशिश की। तभी दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई।’
जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में पांच साल बाद एक बार फिर उरी हमले जैसी साजिश की गई है। राजौरी में भारतीय सेना के ऑपरेटिंग बेस पर गुरुवार सुबह फिदायीन हमला करने की कोशिश की गई लेकिन इस हमले को नाकाम करते हुए दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया गया है। इस आत्मघाती हमले में सेना के तीन जवान शहीद हो गए और 5 घायल हुए हैं। आतंकवादी हमले में घायल हुए सैन्यकर्मियों में एक अधिकारी भी हैं, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। 16 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
एडीजीपी मुकेश सिंह के हवाले से खबर है कि ‘ राजौरी के दारहाल में एक आर्मी कैंप में कुछ लोगों ने अंदर घुसने की कोशिश की। तभी दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई। अतिरिक्त सुरक्षाबल मौके पर भेजा जा रहा है।’
एडीजीपी ने कहा कि मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर हो गए, जबकि दो जवान भी घायल हैं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादी मारे गए। मारे गए इन आतंकवादियों में लतीफ राठेर भी शामिल है जो गत मई में कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट की हत्या में शामिल था। पुलिस ने यह जानकारी दी थी।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में गुरुवार सुबह आत्मघाती हमलावरों ने आर्मी कैंप पर हमला कर दिया। राजौरी से सेना का परगल कैंप 25 किमी. की दूरी पर है। सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए हैं। दोनों तरफ से चली गोलियों में सेना के तीन जवान भी शहीद हुए हैं।
जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने ट्वीिट करके बताया कि राजौरी के दारहाल इलाके के परगल में सेना के कैंप की बाड़ को किसी ने पार करने की कोशिश की। दोनों ओर से फायरिंग हुई। दरहाल पुलिस स्टेशन से 6 किमी. दूर स्थित दूसरी पार्टियों को भी आर्मी कैंप की ओर रवाना किया गया। उनके मुताबिक जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकवादी मारे गए और सेना के दो जवान घायल हुए।
सेना के परगल कैंप पर आज सुबह हुए अटैक ने 2016 के उरी सैन्य शिविर पर हुए हमले के जख्मों को ताजा कर दिया है। उरी हमले के 10 दिन के अंदर भारतीय सैनिकों ने पीओके में घुसकर आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। आज के आर्मी कैम्प हमले को बुधवार को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में लगभग 12 घंटे चले ऑपरेशन से जोड़कर देखा जा रहा है।
इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने आतंकी लतीफ राथर समेत लश्कर-ए-तैयबा के तीन दहशतगर्दों को मार गिराया था। लतीफ राथर कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी राहुल भट और कश्मीरी अभिनेत्री अमरीन भट समेत कई नागरिकों की हत्या में शामिल था। सुरक्षाबलों ने तीनों के शव बरामद कर लिये हैं। मुठभेड़ स्थल से हथियार व गोला-बारूद भी बरामद किया गया है।
कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर मंडल) विजय कुमार ने ट्वीट किया था, ‘‘ लश्कर-ए-तैयबा के छिपे हुए तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। घटना स्थल से शव निकाले जा रहे हैं, जिनकी पहचान किया जाना अभी बाकी है। आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए। यह हमारे लिए एक बड़ी सफलता है।”