जाले, देशज टाइम्स। सड़क दुर्घटना में पहले मां की हुई मौत फिर पिता की भी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद पिता रोजी रोटी को लेकर सऊदी अरब में ड्राइवर की नौकरी कर बच्चों का लालन पालन करता था। सऊदी से पैसा भेजता था। अब कौन उन अनाथ बच्चों को सहारा देगा।
इसी आशय की बातें कह मृतक के पुत्र-पुत्री सभी दिलासा देने आने वाले से पूछता है। पिता के सड़क हादसे में ही मौत के बाद उसके बच्चे अनाथ हो गए है।
जानकारी के अनुसार, सउदी अरब की अजमेल कॉन्ट्रैक्टिंग कंपनी के कर्मचारी तथा स्थानीय प्रखंड के दोघरा गांव निवासी मोहम्मद मुबीन खान के पुत्र 45 वर्षीय मो. फिरोज खान की सड़क दुर्घटना में मौत की अपुष्ट खबर सोशल मीडिया द्वारा मिलते ही ग्रामीणों में मातम छा गई । इस हादसा की खबर घर वालो को देने की हिम्मत किसी ग्रामीणों में नही हो रही थी।
घटना के बाबत जानकारी मिलते ही सऊदी अरब में अभियंता रहे इंजीनियर मो. तमन्ना ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया, जहां उन्हें बताया गया कि फिरोज खान की मौत बीते 11 अगस्त को सड़क दुर्घटना में हो गई है। मृतक एक कंपनी में ड्राइवर के पद पर काम कर रहा था। उसका पासपोर्ट नंबर R8290141 और इकामा नंबर 2367799 257 था। कंपनी के एच आर के अनुसार मृतक 17 मई 2014 से वहां कार्यरत था जिसकी 11 अगस्त को सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई।
इधर पीड़ित परिवार ने उनके पार्थिव शरीर को यहां लाने के लिए कागजी कारवाई पूरी कर ली है। मृतक के भाई मुहम्मद जहांगीर खान के अनुसार उसका भाई फिरोज खान अपनी पत्नी सजदा बेगम के साथ मोटरसाइकिल से जा रहे थे की बाइक दुर्घटना में साजदा बेगम की मौत बाइक से गिरने से हो गई थी।
पत्नी की मौत के बाद वह अपने कार्यस्थल सऊदी अरब गया था जहासे वह 3 वर्ष पहले गांव आया था और पुनः सऊदी अरब वापस लौट कर अपने काम में लग गया। मृतक की माता जहांआरा खातून, विवाहित बेटी आयशा खातून , बुशरा खातून , नासरा खातून और बेटे अशफाक का रोते रोते हालत खराब है।
जहांगीर के अनुसार, उनके भाई फिरोज की मौत 11 अगस्त को सऊदी अरब के अल-ज्वेल शहर में एक सड़क दुर्घटना में हुई जिसके बाद सबसे पहले सीवान के एक व्यक्ति जो उसी कंपनी में कार्यरत था उसने मौत की सूचना यहां दी है। पहले तो परिवार वालों को विश्वास नहीं हुआ, लेकिन कई बार उसके मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया तो कुछ पता नहीं चला।
दो दिन बाद कंपनी ने पुष्टि की और बताया कि फिरोज की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है, उनके शव को सऊदी अरब के अल-अहसा अस्पताल से किंग फहद अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है,जहां मृत शरीर को सुरक्षित रखा गया है। इधर मृतक के शव को घर लाने के लिए भारतीय दूतावास से संपर्क कर उसके निर्देशानुसार सभी कागजात भेज दिया गया है गया है।
इसके बाद वहां से शव को यहां भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। गौरतलब हो कि मुहम्मद फिरोज खान 4 भाइयों में सबसे बड़े थे अन्य भाइयों में मुहम्मद जहांगीर, मुहम्मद आलमगीर और दस्तगीर शामिल हैं, जिसे अपने भाई से अलग होने का बहुत दुःख है।