गया जिला अंतर्गत बोधगया बीएमपी-3 के डीएसपी विनोद कुमार रावत (BMP 3 DSP Vinod Kumar Rawat) के कार्यालय में निगरानी की (vigilance department raids in Patna) छापेमारी हुई है। उनके खिलाफ पटना निगरानी की टीम में आय से अधिक 37 लाख रखने का मामला दर्ज है।
मामले को लेकर निगरानी विभाग की टीम ने मंगलवार को बोधगया बीएमपी-3 में छापेमारी की। इस दौरान बीएमपी-3 के डीएसपी विनोद कुमार रावत के कार्यालय और आवास को घंटों सर्च किया गया।
निगरानी विभाग की टीम ने बीएमपी 3 के डीएसपी विनोद कुमार रावत (BMP 3 DSP Vinod Kumar Rawat) के खिलाफ उनके पटना के दिनकर गोलंबर स्थित अशोक पुरी और बोधगया स्थित उनके कार्यालय और आवास पर छापेमारी की।
छापेमारी में दो दुकानों से संबंधित कागजात, 10 लाख रुपये से ज्यादा के जेवर के कागजात, जमीन से जुड़े कागजात और दो बैंक लॉकर का पता चला है। तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई। इसमें पटना के राजेन्द्र नगर के दिनकर गोलंबर और राजा बाजार में पिलर नंबर 15 के पास स्थित उनके फ्लैट में टीम जांच करने पहुंची थी। इसके अलावा बोधगया स्थित कार्यालय में भी छापेमारी की गई। उन्होंने बताया कि आय से अधिक 37 लाख रुपये की संपत्ति को लेकर मामला दर्ज हुआ था। जांच में मामला सही पाए जाने पर छापेमारी की गई।
इस संबंध में निगरानी विभाग के डीएसपी विकास श्रीवास्तव ने बताया कि बीएमपी 3 बोधगया में डीएसपी के पद पर विनोद कुमार रावत हैं। इनके खिलाफ आय से अधिक 37 लाख की संपत्ति के संबंध में मामला दर्ज किया गया है। इसे लेकर निगरानी विभाग पटना में कांड संख्या 44/22 दर्ज की गई है।
इस मामले को लेकर सर्च वारंट कोर्ट से लिया गया था। उसके बाद गया में निगरानी की टीम पहुंचकर बीएमपी 3 डीएसपी के बोधगया स्थित कार्यालय और आवास में कार्रवाई कर रही है। वही एक टीम पटना में भी छापेमारी कर रही है। बताया कि निगरानी की टीम में कुल 13 सदस्य शामिल है । इसमें कई डीएसपी भी कार्रवाई में जुटे।