जाले, देशज टाइम्स। जाले राजद प्रखंड अध्यक्ष का चुनाव बीते शुक्रवार को दो गुटों में संपन्न हुआ। एक गुट की ओर से जहां दोबारा मांझी पासवान को अध्यक्ष चुना गया। वहीं, दूसरे गुट ने ब्रह्मपुर पूर्वी की मुखिया रागिनी कुमारी को अध्यक्ष चुना।
हालांकि, निर्वाची पदाधिकारी असद आजमी व सहायक निर्वाची पदाधिकारी संजीव राज उर्फ़ मिंटू यादव की ओर से ब्रह्मपुर में हुए चुनाव में अध्यक्ष का प्रमाण पत्र रागनी कुमारी को दिया गया। वहीं, उपाध्यक्ष नीलम पासवान चुने गए।
इस संबंध में मांझी पासवान ने बताया कि कुम्हरौली में निर्वाची पदाधिकारी असद आजमी की मौजूदगी में विधिवत चुनाव में सर्व सहमति से प्रस्ताव लेकर मुझे दुबारा अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। और, उस प्रस्ताव पर निर्वाची पदाधिकारी ने स्वयं अपना हस्ताक्षर किया है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि जाले राजद हरिजन सीट है। रागनी कुमारी पासवान थीं, लेकिन उनकी शादी पवन यादव से हुई, तो वे पति के कुल से जानी जायेगी। वहीं रागनी कुमारी ने बताया कि वह ब्रह्मपुर पूर्वी से हरिजन सीट पर ही मुखिया निर्वाचित हुई हैं। हमारे यहां निर्वाची पदाधिकारी व सहायक निर्वाची पदाधिकारी दोनों की मौजूदगी में सर्व सम्मति से मुझे अध्यक्ष चुना गया और प्रमाण पत्र भी दिया गया।
मांझी पासवान के चयन में जबरन प्रस्ताव लेकर और उसपर निर्वाची पदाधिकारी से जबरन हस्ताक्षर करवा लिया गया है। न तो उनके चयन में सहायक निर्वाची पदाधिकारी मौजूद थे। और, न ही उन्हें प्रमाण पत्र मिला है। उनके दावे का कोई महत्व नहीं हैं। वहीं निर्वाची पदाधिकारी असद आजमी ने बताया कि जब वे ब्रह्मपुर से लौट रहे थे तो जबरन उन्हें मांझी पासवान के समर्थकों ने घेरकर प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करा लिए।
जोर जबरदस्ती के कारण उन्हें मुस्कुराते हुए मांझी पासवान को माला पहनाना पड़ा। विधिवत अध्यक्ष रागनी कुमारी हैं, यदि किसी को कोई आपत्ति है तो वह संगठन के शीर्ष अधिकारियों के समक्ष अपनी बातें रख सकते हैं। दिलचस्प बात तो यह है कि बहुत से कार्यकर्ता दोनों ही सभाओं में मौजूद दिख रहे हैं। दोनों गुट के समर्थक कार्यकर्ता अपने अपने चयनित नेता को अध्यक्ष मानते हुए तरह-तरह का तर्क दे रहे हैं।
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