back to top
1 अक्टूबर, 2024
spot_img

बिहार के ठगों की हिमाकत, DGP को भी नहीं बख्शा, DGP एसके सिंघल का लगाया फर्जी फोटो और WhatApp पर मांगे पुलिस अधिकारियों से पैसे

आप पढ़ रहे हैं दुनिया भर में पढ़ा जाने वाला Deshaj Times...खबरों की विरासत का निष्पक्ष निर्भीक समर्पित मंच...चुनिए वही जो सर्वश्रेष्ठ हो...DeshajTimes.COM
spot_img
Advertisement
Advertisement

इसबार ठगों ने बिहार के DGP को निशाना बनाया है। डीजीपी एसके सिंघल का फोटो लगाकर व्हाट्सएप पर पदाधिकारियों से रुपए मांगें हैं। इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की तहकीकात चल रही है। मगर सवाल भी है, आखिर प्रदेश में साइबर फ्रॉड पर रोक लगाने में पुलिस विफल क्यों है। लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।

हाल ही में बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी के साथ भी ऐसा ही हुआ। इससे पहले आईपीएस आदित्य कुमार के साथ साइबर ठगों ने अपनी हिमाकत का परिचय दे ही चुका है। इधर, डीजीपी एसके सिंघल कभी फर्जी चीफ जस्टिस तो उनके ही नाम पर साइबर फ्रॉड फर्जीवाड़ा कर पुलिस अफसरों से ठगी की यह कोशिश बहुत कुछ कहती है।

जानकारी के अनुसार, इस मामले में इकोनामिक ऑफेंस यूनिट के सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र की रिपोर्ट पर 26 सितंबर को एफ आई आर दर्ज किया गया। 26 सितंबर को दिन में करीब 3 बजे डीजीपी संजीव कुमार सिंघल के नाम और तस्वीर लगे एक व्हाट्सएप नंबर 9625784766 से विभिन्न पुलिस अफसरों को कॉल कर ठगी की कोशिश की गई।

यह भी पढ़ें:  मतदाता ध्यान दें! Darbhanga, Patna और Kosi समेत 5 क्षेत्रों में विधानसभा के अलावे एक और चुनाव की सरगर्मी तेज, सूची जारी

फ्रॉड ने अधिकारियों से रुपए ठगने के लिए डीजीपी के नाम और उनकी तस्वीर का गलत उपयोग किया। इस मामले में इकोनामिक ऑफेंस यूनिट के सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र की रिपोर्ट पर 26 सितंबर को एफ आई आर दर्ज किया गया। IPC  की धारा 419, 420 के अलावा आईटी एक्ट की धारा 66 सी और  66 डी के तहत एफ आई आर दर्ज किया गया है। आर्थिक अपराध इकाई इसकी जांच कर रही है।

अभी हाल ही में बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी भी साइबर अपराध के शिकार हो गए हैं। डीजीपी के मामले में अपराधियों का मोडस ऑपरेंडी थोड़ा अलग है। इसमें ठगी के लिए डीजीपी के नाम और फोटो का ही सहारा लिया गया।

26 सितंबर को ही ईओयू में सब इंस्पेक्टर सत्येन्द्र की रिपोर्ट पर आईपीसी की धारा 419 और 420 के अलावा आईटी एक्ट की धारा 66 सी और 66 डी के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई। ईओयू जांच कर रही है।

यह भी पढ़ें:  Sitamarhi-Jaynagar-Nirmali रेल लाइन परियोजना को मंजूरी, मिथिलांचल–कोसी के बीच सुगम होगा यातायात

जानकारी के अनुसार,डीजीपी के नाम से किए गए वाट्सएप चैट भी निकाला गया है। इसमें जालसाज अंग्रेजी संदेश भेजकर पुलिस पदाधिकारियों से हाल-चाल लेने के बाद पूछता है कि वह इस समय कहां हैं। पुलिस पदाधिकारी द्वारा अभिवादन के बाद कार्यालय में होने की सूचना दी जाती है। इसके बाद डीजीपी का छद्म रूप लेकर संवाद कर रहा जालसाज एक महत्वपूर्ण मीटिंग में होने के कारण फोन काल रिसीव न कर पाने का हवाला देते हुए मदद मांगता है।

जरूर पढ़ें

Sitamarhi-Jaynagar-Nirmali रेल लाइन परियोजना को मंजूरी, मिथिलांचल–कोसी के बीच सुगम होगा यातायात

हरी झंडी! सीतामढ़ी–जयनगर–निर्मली रेल परियोजना को मंजूरी। अब सीधा रेल कनेक्शन: कोसी और मिथिलांचल...

Darbhanga AIIMS के बगल में खुलेगा Kendriya Vidyalaya, MADHUBANI में खुलेंगे 2, BIHAR में 19 विद्यालय खुलेंगे, मिली हरी झंडी, देखें VIDEO

दरभंगा में एम्स कैंपस के पास खुलेंगे केंद्रीय विद्यालय, जानें पूरी लिस्ट। बिहार को...

Muzaffarpur के गायघाट में हर सुविधा एक ही छत के तले, खुला विकास का नया रास्ता

@गायघाट-मुजफ्फरपुर देशज टाइम्स। मुजफ्फरपुर के गांवों में बनेगा Modern पंचायत भवन, हर सुविधा एक...

Muzaffarpur NH-57 के होटल में 7 साल से चल रहे Sex Racket का पर्दाफाश, VIP कस्टमर को मिलती थीं High-Profile लड़कियां, WhatsApp पर होती...

@मुजफ्फरपुर, देशज टाइम्स। मुजफ्फरपुर के NH-57 के होटल में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, आलीशान...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें