गुजरात के मोरबी इलाके में माच्छू नदी में आज एक केबल पुल गिर गया। पुल जिस वक्त गिरा उस समय उस पर करीब 500 लोग सवार थे। मौके पर बचाव कार्य जोरों से चल रहा है। रिपोर्टों के मुताबिक मोरबी में आज सस्पेंशन ब्रिज गिर गया। करीब 100 लोगों के अभी भी पानी में फंसे होने की आशंका है। इस पुल को चार दिन पहले मरम्मत के बाद खोला गया था।हादसे में करीब 40 लोगों की मौत की बात सामने आ रही है। 70 लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लोगों को नदी से रेस्क्यू किया जा रहा है।
सौराष्ट्र के मोरबी शहर में मच्छु नदी पर स्थित झूलता पुल रविवार शाम को अचानक टूट गया। पुल के टूटने से बड़ी संख्या में लोग मच्छु नदी में गिर गए। पुल गिरने की खबर से चारों ओर हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पर प्रशासन समेत एम्बुलेंस और दमकल टीम मौके पर पहुंच गई और राहत और बचाव काम शुरू कर दिया है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार पुल से नदी में गिरने वालों की संख्या चार सौ से अधिक बताई जारी है।
मोरबी का विश्वविख्यात झूलता पुल मणिमंदिर के समीप मच्छू नदी पर बना है। दिवाली के बाद गुजरात नववर्ष के दिन इसे करीब छह महीने तक चले रिनोवेशन के बाद खोला गया था। इस पर करीब दो करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। रविवार को इस पुल पर पांच सौ अधिक लोग थे, तभी अचानक पुल टूट गया और पुल पर मौजूद चार सौ से अधिक लोग नदी में गिर गए। इनमें कई लोग पुल के सहारे बाहर निकलने की कोशिश करते देखे गए। प्रशासन अभी कुछ भी नहीं बता पा रहा है। घटना की पूरी खबर का इंतजार है।
बताया गया कि पुल की देखरेख की जिम्मेदारी ओरेवा ट्रस्ट के पास है। मोरबी का यह झूलता पुल अंग्रेजों के जमाने का है और करीब 140 वर्ष पुराना है। इसकी लंबाई करीब 765 फीट है।
मोरबी का विश्वविख्यात झूलता पुल मणिमंदिर के समीप मच्छू नदी पर बना है। पुल की देखरेख की जिम्मेदारी ओरेवा ट्रस्ट के पास है। मोरबी का यह झूलता पुल अंग्रेजों के जमाने का है और करीब 140 वर्ष पुराना है। इसकी लंबाई करीब 765 फीट है। करीब छह महीने तक चले रिनोवेशन के बाद गुजरात नववर्ष के दिन इसे खोला गया था। इस पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।
लगभग सात माह बाद पुल खोलने के बाद पहला रविवार होने से आज बड़ी तादाद में लोग अपने परिवारों के साथ पुल पर तस्वीरें और सेल्फी लेने के लिए पहुंचे थे। हादसे के समय पुल पर पांच सौ अधिक लोग थे, तभी अचानक पुल टूट गया। पुल पर मौजूद कई लोग नदी में गिर गए, जिसमें से कई लोग पुल के सहारे बाहर निकलने की कोशिश करते देखे गए।
हादसे के बाद केबल ब्रिज की कई तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें नजर आ रहा है कि ब्रिज बीच से टूटकर नदी में समा गया है। हालांकि, पुल टूटने से नदी में गिरने वालों की संख्या का पता नहीं चल सका है, लेकिन हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है। पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। लोगों को नदी से बाहर निकाला जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन में स्थानीय लोग भी पुलिस और प्रशासन की मदद कर रहे हैं।
पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने कहा कि अब तक मरने वालों की संख्या 40 के आसपास है और यह संख्या और अधिक हो सकती है। वर्तमान में बचाव अभियान जारी है और कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवार के लिए 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का ऐलान किया है।