उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन को ब्लास्ट करके उखाड़ने की कोशिश की गई। प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने 31 अक्टूबर (October) को इसका उद्घाटन किया था। घटना के बाद रेलवे ट्रैक पर रेल यातायात रोका गया। राजस्थान एटीएस मौके पर पहुंच चुकी है। मामले की जांच कर रही है। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद रेलवे ट्रैक उड़ाने की राजस्थान में बड़ी साजिश सामने आई है। यहां डेटोनेटर से पुल पर ब्लास्ट किया गया। इस पुल का 13 दिन पहले ही पीएम मोदी ने उद्घाटन किया था।
घटनास्थल पर राजस्थान पुलिस की एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (ATS) पहुंच गई है। एटीएस आतंकी साजिश के एंगल से जांच कर रही है। उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने कहा कि शुरुआत में तो यह लग रहा है कि पूरी तरह प्लानिंग कर ब्लास्ट किया गया है। डेटोनेटर सुपर 90 श्रेणी का है। बम स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पहुंचकर सबूत जुटाए हैं।
जानकारी के अनुसार, हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित उदयपुर-अहमदाबाद ब्रॉड गेज रेलवे लाइन को विस्फोटक के जरिए उड़ाने की खतरनाक साजिश रची गई। बदमाशों ने उदयपुर जिले में केवड़ा जंगल के आगे ओड़ा पुल को उड़ाने का प्रयास किया, 13 दिन पहले शुरू हुए उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन को ब्लास्ट करके उखाड़ने की बड़ी साजिश रची गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को ही इस लाइन का लोकार्पण किया था। स्थानीय लोगों ने यहां तेज धमाके की आवाज सुनी है, इसके साथ ही मौके पर बारूद भी मिला है। ब्लास्ट से पटरियों पर क्रैक आ गया है।
वहीं जानकारी के मुताबिक इस पुल हुए धमाके के करीब 4 घंटे पहले ही इस ट्रैक से ट्रेन गुजरी थी। जब ब्लास्ट होने की जानकारी लगी तो अहमदाबाद से उदयपुर आ रही ट्रेन को डूंगरपुर पर ही रोक दिया गया। इस मामल में कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि डेटोनेटर से पुल को उड़ाने की साजिश की गई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक धमाका करीब 1 किलोमीटर दूर तक सुनाई दिया गया है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
स्थानीय ग्रामीणों की सजगता से इस नए रूट पर बड़ा हादसा टल गया। घटना उदयपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर सलूम्बर मार्ग पर केवड़े की नाल में ओढ़ा रेलवे पुल की है। जहां ग्रामीणों को शनिवार रात 10 बजे के आसपास धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद कुछ युवा तुरंत पटरी पर पहुंचे तो वहां के हालात देखकर दंग रह गए।
उन्होंने देखा कि रेलवे लाइन पर बारूद पड़ा है। लोहे की पटरियां कई जगह से टूट चुकी थीं। पुल पर लाइन से नट-बोल्ट भी गायब मिले। ट्रैक पर लोहे की पतली चादर भी उखड़ी हुई मिली। ग्रामीणों की सूचना के बाद ट्रैक पर यातायात रोका गया, वर्ना कई लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी।
जानकारी लगने पर राजस्थान पुलिस की एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड ( एटीएस ) की टीम भी पहुंच गई है। एटीएस आतंकी साजिश के एंगल से भी जांच कर रही है। उदयपुर एसपी विकास शर्मा के मुताबिक प्राथमिक तौर पर लग रहा है कि पूरी तरह प्लानिंग कर ब्लास्ट किया गया है। डेटोनेटर सुपर 90 श्रेणी का है। रेलवे के साथ पुलिस भी जांच कर रही है। वहीं बम स्क्वॉड के साथ ही फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच चुकी है।
बता दें कि यह घटना उदयपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर सलूम्बर मार्ग पर केवड़े की नाल में ओढ़ा रेलवे पुल की है। शनिवार रात करीब 10 बजे यहां ग्रामीणों ने धमाके की आवाज सुनी, जिसके बाद पास में पहुंचकर देखा तो पटरी की स्थिति देखकर दंग रह गए। तुरंत ही ग्रामीणों ने इसकी सूचना रेवले अधिकारियों और पुलिस को दी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। रेलवे प्रबंधन ने इस लाइन पर चलने वाली ट्रेनों का संचालन रोक दिया है।