मुजफ्फरपुर का कुढ़नी चार दलों का अखाड़ा बन चुका है। यहां वीआईपी की टिकट से नीलाभ कुमार के जंग ए मैदान में उतरने के बाद आज एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष-सह-विधायक अख्तरूल ईमान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी ने गुलाम मुर्तजा अंसारी को कुढ़नी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मैदान में उतारा है। चुनाव में हम अपनी पूरी ताकत लगा देंगे।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम किसी पार्टी या नेता के बंधुआ नहीं हैं। हर पार्टी मुसलमानों का वोट लेती है लेकिन उनके लिए कुछ करने का काम नहीं करती है। आजादी के बाद अब तक मुसलमान केवल वोट बैंक के रूप में प्रयोग होते रहे हैं। उनके विकास पर किसी ने कोई काम नहीं किया है।
गुलाम मुर्तजा अंसारी ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस के सदस्य और पूर्व जिला पार्षद हैं। वे जदयू और राजद में भी रह चुके हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि कुढनी की चुनावी लड़ाई में गुलाम मुर्तजा अंसारी को कितने वोट मिलते हैं। माना जा रहा है कि असदुद्दीन ओवैसी नीतीश कुमार का खेल बिगाड़ने की पूरी कोशिश करेंगे।
वहीं,इससे पहले गोपालगंज में हुए चुनाव में भी AIMIM ने अपना उम्मीदवार उतारा था, उस दौरान मुकेश सहनी राजद को समर्थन दे रहे थे अंदरखाने। तब यहां असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने 12 हजार से ज्यादा वोट लाकर महागठबंधन से जीत छीन ली थी। अब कुढ़नी में भी पार्टी ने गुलाम मुर्तजा को मैदान में उतारा है। मुकेश सहनी भी हैं। मुकाबला तो दिलचस्प होगा ही।
असदुद्दीन ओवैसी ने बयान जारी कर कहा कि गोपालगंज का उपचुनाव लड़ना उनकी पार्टी का सही कदम था। ओवैसी ने कहा कि वे लालू-नीतीश या कांग्रेस से पूछ कर तो चुनाव नहीं लड़ेंगे। बिहार में राजद की सरकार है, ये तजस्वी यादव को सोचना चाहिए कि लोगों ने उन्हें वोट क्यों नहीं दिया।
कुढ़नी में 40 हजार मुस्लिम वोटर
कुढ़नी में 40 हजार से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं जबकि यादव मतदाताओं की संख्या 42 हजार हैं। भूमिहार वोटर 34 हजार हैं। राजपूत 22 हजार, कुशवाहा-कुर्मी के 36 हजार वोटर हैं। अति पिछड़ा के 25 हजार जबकि दलित और महादलित वोटर 28 हजार हैं। इसके साथ दूसरी जातियों के 19 हजार वोटर हैं।
इधर,बीजेपी और महागठबंधन के उम्मीदवारों को घेरने की पूरी तैयारी कर चुके मुकेश सहनी यहां बड़ा दांव खेलने जा रहे हैं। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) से नीलाभ कुमार के उतरने के बाद भूमिहार समाज कहां जाएगा यह बड़ा सवाल उभरकर सामने आया है। क्या यह कुढ़नी में बीजेपी और जेडीयू दोनों का खेल बिगाड़ देगा। इसको लेकर माथापच्ची हो रही है।