बक्सर से इस वक्त की बड़ी खबर है यहां के कोरानसराय थाने में बुजुर्ग करीब 67 साल के कोपवा गांव के यमुना सिंह ने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया है। उसे बुधवार की शाम ही गिरफ्तार कर लाकर कंप्यूटर रूम में रखा गया था जहां उसने अपनी जिंदगी देर रात खत्म कर ली। मामले में थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया है। मामला बुधवार देर रात की है।
जानकारी के अनुसार, यमुना सिंह को पुलिस ने हाजत में बंद रखने की बजाए कंप्यूटर रूम में रखा था। यहीं टेबल पर चढ़कर पंखे में गमछा के सहारे लटककर फांसी लगा ली। इस घटना के बाद बक्सर के एसपी नीरज ने कोरानसराय के थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है। पढ़िए पूरी खबर
गुरुवार की सुबह थाना के कंप्यूटर रूम में पंखे की कुंडी से लटके यमुना को पुलिस जवानों ने उतारकर तत्काल डाक्टर के पास ले गए लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। यह सूचना जैसे ही बक्सर SP नीरज को लगी अनन फानन में इसे बड़ी लपरवाही मानते थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद घटना की जांच में स्वयं जुट गए है।
वहीं, बेटे अरुण सिंह का कहना है कि उनके पिता की पुलिस वालों ने हत्या की है। चौकीदार और सिपाही ने घर से मारते हुए ले गए थे। थाना में भी खूब मारा है। इससे उनकी मौत हो गई। परिजनों और ग्रामीणों ने मौत के बाद पुलिस पर जमकर हमला बोला है। परिजनों ने कहा है कि यमुना सिंह को पुलिस ने टार्चर किया। मारपीट की। पिटाई से मौत होने
के बाद फांसी लगाकर खुदकुशी का रूप दिया गया। स्वजनों का यह भी आरोप है कि कोरान सराय पुलिस ने मौत के बाद शव को जिला मुख्यालय के अस्पताल में ले जाकर इलाज कराने का हाई वोल्टेज ड्रामा किया है।
जानकारी के अनुसार, यमुना सिंह के परिजन और भोला पासवान एवं मिथिलेश पासवान के परिजनों के बीच कुछ दिनों पूर्व बच्चों के खेल में विवाद हुआ था। इसमें मारपीट भी हुई थी। इसी मामले में थानाध्यक्ष जुनैद आलम ने यमुना सिंह को गिरफ्तार किया था।
इधर, थाने में हुई इस मौत की घटना के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। घटना के विरोध में कोपवा गांव के सामने मुख्य सड़क पर लोगों ने डुमरांव-बिक्रमगंज मार्ग को जाम कर दिया। स्थिति को कंट्रोल करने के लिए कई थानों की पुलिस कोरानसराय में कैंप कर रही है। पूरी घटना में वरीय पदाधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
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