गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से टिकट न दिए जाने से खफा पार्टी के कम से कम एक मौजूदा विधायक और चार पूर्व विधायकों ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की धमकी दी थी और निर्दलीय पर्चा दाखिल कर दिया था। अब बीजेपी ने बागी नेताओं पर बड़ी कार्रवाई की है।
बीजेपी गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल ने पार्टी से बगावत करने वाले 7 नेताओं को निष्कासित कर दिया है। बता दें कि भाजपा ने मधु श्रीवास्तव, अरविंद लादानी, दीनू पटेल, हर्षद वसावा, धवल सिंह झाला समेत 7 नेताओं को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, बीजेपी के एक पत्र में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के हवाले से खुलासा हुआ है कि इन विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 6 साल के लिए निलंबित किया गया है।
इस चुनाव में भाजपा ने नो रिपीट थ्योरी के आधार पर कई जगहों पर मुख्य दावेदारों और विधायकों को टिकट नहीं दिया। इससे कई स्थानों पर विरोध के सुर प्रबल तेज हो गया। हालांकि पार्टी ने कई जगहों पर ऐसे बागी और नाराज नेताओं को मना लिया गया। वहीं वडोदरा जिले के मांजलपुर सीट से भाजपा के सीटिंग विधायक योगेश पटेल के न मानने पर उनकी जिद के आगे पार्टी झुक गई और उन्हें उम्मीदवार घोषित करना पड़ा।
भाजपा की चेतावनी के बाद भी अपना नामांकन वापस न लेने पर पार्टी ने सात नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया। इनमें नांदोद से हर्षद वसावा, केशोद से अरविंद लाडाणी, वडोदरा की वाघोडिया सीट से मधु श्रीवास्तव, पादरा से दिनेश पटेल, बायड से धवल सिंह झाला, महिसागर से जयप्रकाश पटेल और धानेरा से मावजी देसाई शामिल हैं।
गुजरात में अपना 7वां कार्यकाल चाह रही बीजेपी ने 42 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है। जिस भगवा पार्टी ने 160 उम्मीदवारों के अपने पहले बड़े बैच की घोषणा की थी, उसमें 38 मौजूदा विधायकों को हटा दिया गया था। पार्टी के कई बड़े नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को टिकट से वंचित कर दिया गया था।