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25 नवम्बर, 2024
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बिहार के डाकघर में रुपए जमा कराने के नाम पर 30 करोड़ का फ्रॉड करने वाला एजेंट पत्नी के साथ चलती ट्रेन से गिरफ्तार

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छपरा डाकघर में फर्जीवाड़ा कर फरार चलने वाला एजेंट धीरज अग्रवाल और उसकी पत्‍नी आखिरकार धराया। वह भी चलती ट्रेन से। दोनों सैकड़ों उपभोक्ताओं से आरडी (रेकरिंग डिपॉजिट) के जरिए लगभग तीस करोड़ की ठगी कर चुका है।

धीरज को गोरखपुर आरपीएफ और छपरा पुलिस ने संयुक्त रूप से पत्नी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। जालसाज एजेंट को न्यू जलपाईगुड़ी ट्रेन से आरपीएफ ने यूपी के गोरखपुर से पकड़ा और छपरा की भगवान बाजार थाना पुलिस कौ सौंप दिया। इसपर छपरा में 30 करोड़ रुपए का गबन का आरोप है। आरपीएफ (RPF) ने दोनों को बिहार पुलिस को सौंप दिया। बिहार पुलिस उन्हें लेकर छपरा के लिए रवाना हो गई।

जानकारी के अनुसार,बिहार पुलिस को आरोपी धीरज अग्रवाल की सात महीने से तलाश थी। धीरज भगवान बाजार थाना क्षेत्र के दौलतगंज का रहने वाला है। वह अपनी पत्नी के साथ पकड़ा गया है। एक साल पहले दोनों लोगों का रुपया ठगकर दो बच्‍चों के साथ फरार हो गए थे।बिहार के डाकघर में रुपए जमा कराने के नाम पर 30 करोड़ का फ्रॉड करने वाला एजेंट पत्नी के साथ चलती ट्रेन से गिरफ्तार

 

इसके बाद से ही बिहार पुलिस को इनकी तलाश रही है। आरोपियों ने इन दोनों को गिरफ्तार करने के बाद बिहार की छपरा पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। धीरज अग्रवाल ने छपरा शहर के पोस्ट ऑफिस से जुड़े 500 से अधिक खाताधारकों से करीब 50 करोड़ से अधिक राशि धोखाधड़ी कर लेकर फरार हो गया था।

जानकारी के अनुसार, धीरज अग्रवाल और उसकी पत्‍नी ने सैकड़ों लोगों का रुपया डाकघर लंबे समय से में जमा करते रहे। पहले तो वे सही काम करते रहे। इसके बाद लोगों का रुपया जमा करने के नाम पर फर्जी रसीद देने लगे। इस तरह इन लोगों ने रिटायर्ड प्रोफेसर के 70 लाख रुपए सहित अनेक लोगों को अपना शिकार बनाया।

इसके खिलाफ भगवान बाजार थाने में गुदरी सलापत गंज के रहने वाले डॉक्टर निजाम अहमद के पुत्र निसार अहमद और अश्वनी पांडे ने टाउन और भगवान बाजार थाने में भी मामला दर्ज कराया गया था गोरखपुर पोस्ट के इंस्पेक्टर इंचार्ज राजेश सिन्हा ने तत्काल सूचना भगवान बाजार थाना पुलिस को दी और मौके पर भगवान बाजार थाना पुलिस पहुंच गई।

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे दिल्‍ली में रह रहे थे। इसके बाद वे अब नए ठिकाने की तलाश में जाने के लिए निकले थे। इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह ने बताया, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे दिल्‍ली में रह रहे थे। इसके बाद वे अब नए ठिकाने की तलाश में जाने के लिए निकले थे।

श्री सिंह ने बताया कि वह डाक विभाग के खाता धारियों से फर्जीवाड़ा कर रहा था लेकिन लोगों को इसकी भनक नहीं लगने दे रहा था। यहां तक कि लोगों की दैनिक वसूली के जरिए रेकरिंग डिपॉजिट खाता खोलकर चूना लगा रहा था। लोग विश्वास में इसके पास ही अपना खाता भी छोड़ देते थे। इसका फायादा उठाकर उसने पासबुक पर जाली एंट्री कर डाक विभाग की मुहर और कर्मी का हस्ताक्षर कर पैसा उठा लेता था। करीब एक साल पहले इसका खुलासा होने पर वह छपरा छोड़कर भाग गया था।

 

श्री सिंह ने बताया कि मुखबिर से सूचना के बाद आरोपियों को 12524, नई दिल्‍ली से न्‍यू जलपाईगुड़ी जाने वाली ट्रेन में गिरफ्तार किया गया है।मुखबिर से सूचना के बाद आरोपियों को 12524, नई दिल्‍ली से न्‍यू जलपाईगुड़ी जाने वाली ट्रेन में गिरफ्तार किया गया है।

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