समस्तीपुर शहर के सोनबरसा मोहल्ला के पास वैशाली पुलिस से लूटी गई एके-47 राइफल देर रात घटनास्थल के पास से ही पुलिस ने लावारिस अवस्था में बरामद कर लिया। सिविल ड्रेस में आई वैशाली पुलिस को अपराधी समझ लोगो ने हमला कर दिया था।
समस्तीपुर के मुफस्सिल थाना के सोनबरसा चौक के पास स्थानीय लोगों ने सिविल ड्रेस में एके-47 और बंदूक से लैस कुछ लोगों को देख उन्हें अपराधी समझकर हमला बोल दिया। इसमें दो पुलिसकर्मियों को चोटें लगी हैं। दोनों को इलाज के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जाता है कि मारपीट के दौरान लोगों ने पुलिस कर्मी से एके-47 और दो मोबाइल छीन लिया। इसे पुलिस ने देर रात लावारिस हालत में कुछ दूर से बरामद कर लिया है। प्रभारी एसपी सह मुख्यालय एएसपी अमित कुमार ने इसकी पुष्टि की है। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। हालांकि अब तक पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है।
वहीं, एके-47 बरामद किए जाने की पुष्टि प्रभारी एसपी अमित कुमार ने की है। उन्होंने बताया कि देर रात घटनास्थल के पास ही उसे सड़क किनारे फेंक दिया गया था। जहां से सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, वैशाली पुलिस सिविल ड्रेस में ही शुक्रवार की देर शाम समस्तीपुर के मुफ्फसिल थाना के सोनबरसा इलाके में किसी मामले की जांच करने पहुंची थी। इसी दौरान कुछ लोगो ने उन्हें अपराधी समझकर हल्ला मचाना शुरू कर दिया और सभी की पिटाई करते हुए हमला बोल दिया।
भीड़ में शामिल उपद्रवी लोगों ने पुलिस वालों के पास से एक एके 47 रायफल और एक बंदूक भी गायब कर दिया। बाद में समस्तीपुर पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली तो भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचकर भीड़ के कब्जे से वैशाली पुलिस के जवानों को छुड़ाया गया। इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट भी की गयी थी जिसमें दो जवान जख्मी हो गए थे। जख्मी पुलिसकर्मी में वैशाली जिला पुलिस का सिपाही मो. मंजूर आलम तथा प्रियांक कुमार पुष्पम बताया गया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार रात वैशाली पुलिस शहर के सोनवर्षा मोहल्ला के पास वैशाली के किसी गैंगेस्टर के छुपे होने की सूचना पर छापेमारी करने पहुंची थी पुलिस की टीम सादी वर्दी में थी । जिसे लोगों ने अपराधी समझ लिया और उस पर हमला बोल दिया था। इस दौरान लोगों ने दो पुलिसकर्मी को जख्मी कर उससे एके-47 राइफल छीन ली थी। इस घटना के बाद पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया था और बड़ी संख्या में समस्तीपुर के अलावा वैशाली जिले की पुलिस भी मौके पर पहुंच कर ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की थी।
इस घटना के बाद से ही पूरा इलाका पुलिस के कस्टडी में छावनी बन गया था। सोनवर्षा मोहल्ले के आठ से दस लोगों से पुलिस की पूछताछ के बाद देर रात कहें या अहले सुबह एके-47 सड़क किनारे फेंकी होने की सूचना पुलिस को लगी। इसके बाद पहुंची पुलिस की टीम ने उसे बरामद कर लिया।
वहीं, लोगों के इस हमले में सिपाही मो. मंजूर आलम के अलावे सिपाही प्रियांक कुमार पुष्पम को जख्मी हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस पूरे मामले की पड़ताल में अब भी जुटी है क्योंकि पुलिस को वैशाली पुलिस शहर के सोनवर्षा मोहल्ला के पास वैशाली के किसी गैंगेस्टर के छुपे होने की अब तक कोई अपडेट नहीं मिली है।