राजस्थान के पाली के पास सोमवार तड़के सूर्यनगरी एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए। यह घटना रजकियावास-बोमदरा रेल खंड के बीच तड़के तीन बजकर 27 मिनट पर हुई। ट्रेन बांद्रा टर्मिनस से जोधपुर जा रही थी।
इसमें 10 यात्रियों को मामूली चोट पहुंची है। ट्रेन बांद्रा टर्मिनस से जोधपुर आ रही थी। मारवाड़ स्टेशन से रवाना होने के तत्काल बाज हादसा हुआ। तत्काल राहत तथा बचाव कार्य शुरू किया गया। घायलों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। रेलवे के आला अधिकारी मौके पर हैं।
हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया गया है। पता लगाया जा रहा है कि हादसा क्यों हुआ। इस हादसे में अभी किसी की मौत की खबर नहीं मिली है। ट्रेन में मौजूद यात्रियों को निकाल कर बस के जरिए उन्हें उनकी जगह भेजने की तैयारी की जा रही है। यात्री और उनके परिजन किसी भी जानकारी के लिए-138 और 1072- पर भी संपर्क कर सकते हैं।सीपीआरओ, उत्तर पश्चिम रेलवे के मुताबिक, यात्रियों और संबंधित परिवार के सदस्यों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, जो इस प्रकार हैं-जोधपुर के लिए: 02912654979, 02912654993, 02912624125, 02912431646, पाली मारवाड़ के लिए: 02932250324
रेलवे की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि बांद्रा टर्मिनस-जोधपुर सूर्यनगरी एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतर जाने से 11 डिब्बे प्रभावित हुए हैं। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। फंसे हुए यात्रियों के लिए बसों की व्यवस्था की गई है ताकि वे अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
उत्तर पश्चिम रेलवे के अनुसार, फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जोधपुर से दुर्घटना राहत ट्रेन रवाना की जा चुकी है। मारवाड़ जंक्शन से प्रस्थान करने के पांच मिनट के भीतर ट्रेन के अंदर कंपन की आवाज हुई और 2-3 मिनट बाद ट्रेन रुक गई। कम से कम आठ स्लीपर क्लास के डिब्बे पटरी से उतरे हुए थे। 15-20 मिनट के भीतर एंबुलेंस आ गई।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि उच्च अधिकारियों के जल्द ही घटनास्थल पर पहुंचने की उम्मीद है। महाप्रबंधक उत्तर पश्चिम रेलवे और अन्य अधिकारी जयपुर मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ ने बताया कि बांद्रा टर्मिनस-जोधपुर सूर्यनगरी एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतर जाने से 11 डिब्बे प्रभावित हुए हैं। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। फंसे हुए यात्रियों के लिए बसों की व्यवस्था की गई है, ताकि वे अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।