नवादा से बड़ी खबर है जहां अभ्रक माफिया ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में तीन कर्मचारी व पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं। जिसने फौरान अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वन विभाग की टीम अभ्रख खदान पर छापा मरने गई थी। तभी उनपर हमला कर दिया गया।
अभ्रक का अवैध खनन कर रहे माफियाओं की धरपकड़ करने गई वन विभाग की टीम पर हमला हो गया। इस दौरान वन विभाग की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। घटना में अधिकारी सहित आठ लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घटना शहर के नक्सल प्रभावित इलाका रजौली थाना क्षेत्र के कुंभढडी गांव के पास की है. दो गांव के ग्रामीणों ने टीम पर हमला किया है।
वन विभाग के अधिकारी जेसीबी और कुछ लोगों को पकड़ कर ला रहे थे. इसी दौरान वन विभाग पर हमला किया गया जिसमें तीन अधिकारी सहित आठ लोग घायल हो गए हैं। मामले को लेकर डीएफओ ने कहा है कि टीम गुप्त सूचना पर अवैध खनन करने वालों के विरुद्ध छापामारी करने गई थी।
जेसीबी के साथ साथ कुछ लोगों को पकड़कर अपने साथ ला रहे थे। इसी दौरान गांव के लोगों के द्वारा अचानक हमला कर दिया गया और मोटरसाइकिल को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। वन विभाग की गाड़ी खाई में भी पलट दी गई है।
इस हादसे में रेंजर मनोज कुमार, फॉरेस्टर राजकुमार पासवान और चालक नरेश यादव का सिर फट गया है। इनकी हालत गंभीर है. वहीं पांच लोगों को भी हल्की चोटें आईं हैं। कुल आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। झारखंड व बिहार के माफिया की ओर से अवैध रूप से अभ्रक खदान की जा रही है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। जल्द ही इनकी पहचान कर इन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी।
वनकर्मियों ने पर्याप्त मात्रा में फोटो और वीडियो बनाए गए हैं, जिसके जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है। अब तक इस घटना में खनन माफियाओं की पहचान की जा चुकी है। उनके खिलाफ संगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पढ़िए पूरी खबर
मामला नवादा जिले के रजौली थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाका हरदिया पंचायत के कुंभियातरी जंगल का है। जब वन विभाग की टीम अभ्रख खदान पर छापा मारने गई थी। इस दौरान वन विभाग की टीम पर माफिया ने हमला कर दिया। अवैध अभ्रख खदान पर छापेमारी कर जेसीबी लाने के क्रम में यह घटना घटी। यह घटना बुधवार के देर शाम की है।
घायल वन विभाग के ड्राइवर नरेश यादव ने बताया कि कुंभियातरी जंगल में अवैध अभ्रख खदान पर रेंजर मनोज कुमार और फॉरेस्टर राजकुमार पासवान के द्वारा अभ्रक के खदान पर छापेमारी करने के क्रम में अभ्रख माफियाओं ने रेंजर व फॉरेस्टर और वन विभाग के ड्राइवर पर जोरदार हमला किया।जिससे सभी लोग बुरी तरह से घायल हो गए।
डीएफओ संजीव रंजन ने बताया कि अवैध खनन को लेकर गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद रेंजर मनोज कुमार, फोरेस्टर राजकुमार पासवान एवं चालक नरेश कुमार के साथ कुछ और लोगों को छापेमारी के लिए भेजा गया था। छापेमारी के दौरान एक जेसीबी को जब्त कर लिया गया। जब टीम जेसीबी लेकर वन कार्यालय ला रही थी, उसी दौरान सैकड़ों की संख्या में लोगों ने वनकर्मियों पर हमला कर दिया। और उन्हें बंधक बनाकर मारपीट की। इस दौरान उनके हाथ-पैर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं।
घायल ड्राइवर को स्थानीय लोगों के सहयोग से अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सक अर्जुन चौधरी ने प्राथमिक उपचार किया। घटना की सूचना मिलते ही डीएफओ संजीव रंजन ने अनुमंडलिये अस्पताल पहुंचकर घायल का हाल-चाल जाना। 18 दिसंबर को कुंभियातरी जंगल में अवैध अभ्रख खदान पर छापेमारी कर रेंजर ने एक जेसीबी को जप्त किया था।