फोटो कैप्शन : जाले नगर परिषद के जीवनदिप नर्सिंग होम को जांच दल में शामिल स्वाथ्य पदाधिकारी सील करते हुए।
जाले, देशज टाइम्स। जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर परिषद जाले में अवैध नर्सिंग होम के विरुद्ध चलाए गए जांच अभियान के बाद नर्सिंग होम के संचालकों में हड़कंप मच गया।
स्थानीय थाना रोड के जीवनदिप नर्सिंग होम को जांच दल ने सील कर दिया गया है। नर्सिंग होम में छापामारी की भनक मिलते ही कई नर्सिंग होम संचालक अपने-अपने नर्सिंग होम को बंद कर कर्मी सहित फरार हो गए।
छापामारी दल जब रेफरल अस्पताल से 50 गज की दूरी पर अवस्थित जीवनदीप नर्सिंग होम में पहुंचा तो इस नर्सिंग होम के संचालक प्रदीप कुमार सहित आधा दर्जन कर्मी मौजूद थे,लेकिन मरीज नहीं था, इस नर्सिंग होम के एक कमरे को ऑपरेशन थिएटर एवम कई कमरे में एक दर्जन वेड मौजूद था। नासींग होम संचालक प्रदीप कुमार अपने नर्सिंग होम में मौजूद थे।
जांच दल के पदाधिकारी को बताया गया की यह नर्सिंग होम मुजफ्फरपुर के आरबी दुबे के नेतृत्व में संचालित है। जांच दल को डॉ. दुबे की फोटो कापी प्रमाण पत्र एवम अग्निशमन पदाधिकारी का प्रमाणपत्र दिखाया गया।
छापेमारी जांच दल की ओर से जब डॉ. डीके दुबे को बुलाने की बात कही गई तो दो दिन बाद उन्हें बुलाया जाने की बात बताई गई। नर्सिंग होम संचालन के लिए रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र की मांग की गई तो रजिस्ट्रेशन नहीं होने की बात बताई गई।
थक हार कर जांच दल ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विवेकानंद झा के निर्देश के आलोक में डॉ. नीतीश कुमार भारद्वाज ने साथ चल रहे प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक कुमुद रंजन बीएचडब्ल्यू संतोष कुमार राय समेत अनु स्वास्थ्य कर्मियों को इस समय नर्सिंग होम को सील किए जाने का निर्देश दिया जहां इस नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है। इस दौरान जाली थाना के सशस्त्र पुलिस बल और पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद दिखे।
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