बिरौल, कुशेश्वरस्थान के लोगों के लिए आज का दिन बेहद खास रहा। जिस सपने को पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र ने देखा था आज वह साकार के करीब है जब सीआरएस ने हसनपुर रोड-बिथान रेलखंड का निरीक्षण करते हुए यह तय कर दिया कि जल्द ही यहां से रेल पटरियों पर दौंड़ेंगी। इसके साथ ही उम्मीद भी जगी कि आने में समय में जल्द ही यहां के लोगों का संपूर्ण मिथिलांचल से कनेक्शन जुड़ जाएगा क्योंकि यह स्पीडीट्रायल बहुत कुछ कहता है। पढ़िए पूरी खबर
सकरी से बिरौल, बिरौल से हरनगर, बिथान से कुशेश्वरस्थान तथा कुशेश्वरस्थान से हरनगर, सकरी-हसनपुर नई रेल लाइन पर स्पीडी ट्रायल बहुत कुछ कहता है….क्योंकि आज पूर्वी परिमंडल कोलकाता के संरक्षा आयुक्त (रेलवे) सुवोमोय मित्रा ने 79 किलोमीटर लंबे सकरी-हसनपुर नई रेल लाइन परियोजना के तहत नवनिर्मित 11 किलोमीटर लंबे हसनपुर रोड-बिथान रेलखंड का मंगलवार को निरीक्षण किया।
जानकारी के अनुसार, पूर्वी परिमंडल कोलकाता के संरक्षा आयुक्त (रेलवे) सुवोमोय मित्रा ने 79 किलोमीटर लंबे सकरी-हसनपुर नई रेल लाइन परियोजना के तहत नवनिर्मित 11 किलोमीटर लंबे हसनपुर रोड-बिथान रेलखंड का मंगलवार को निरीक्षण किया।
अब 11 किलोमीटर लंबे हसनपुर रोड से बिथान तक निर्माण कार्य पूरा करते हुए आज सीआरएस निरीक्षण किया गया। शेष बचे भाग बिथान से कुशेश्वरस्थान तथा कुशेश्वरस्थान से हरनगर तक का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। पढ़िए पूरी खबर
निरीक्षण के बाद विशेष ट्रेन द्वारा सफलतापूर्वक स्पीड ट्रायल भी किया गया। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि 79 किलोमीटर लंबे सकरी-हसनपुर नई रेल लाइन परियोजना के तहत अब तक पहले चरण में 36 किलोमीटर लंबे सकरी से बिरौल तक तथा दूसरे चरण में आठ किलोमीटर लंबे बिरौल से हरनगर तक निर्माण कार्य पूरा करते हुए उन पर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया जा चुका है।
अब 11 किलोमीटर लंबे हसनपुर रोड से बिथान तक निर्माण कार्य पूरा करते हुए आज सीआरएस निरीक्षण किया गया। शेष बचे भाग बिथान से कुशेश्वरस्थान तथा कुशेश्वरस्थान से हरनगर तक का निर्माण कार्य तेजी से जारी है।
निरीक्षण के बाद विशेष ट्रेन की ओर से सफलतापूर्वक स्पीड ट्रायल भी किया गया। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि 79 किलोमीटर लंबे सकरी-हसनपुर नई रेल लाइन परियोजना के तहत अब तक पहले चरण में 36 किलोमीटर लंबे सकरी से बिरौल तक तथा दूसरे चरण में आठ किलोमीटर लंबे बिरौल से हरनगर तक निर्माण कार्य पूरा करते हुए उन पर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया जा चुका है।