नालंदा से बड़ी खबर है जहां बेखौफ अपराधियों ने घर से बुलाकर मुन्ना डॉन की हत्या कर
खेत में फेंक दी है। डॉन को अपराधियों ने ताबड़तोड़ छह गोलियां मारी हैं। हालांकि, हत्या के कारणों का अभी तक सही से खुलासा नहीं हो पाया है।
वैसे, मनीचक गांव निवासी चंद्रदेव पासवान का 35 वर्षीय पुत्र मुन्ना पासवान उर्फ मुन्ना डॉन खुद भी अपराध जगत से जुड़ा रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है। घटना दीपनगर थाना क्षेत्र के शेखूपुर गांव के पास की है।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसे घर से बुलाकर ले गए थे। इसके बाद गोलियों से छलनी कर उसकी हत्या कर दी। छह गोलियां मारने का आरोप परिजन लगा रहे हैं। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में कर, उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाई।
पुलिस के मुताबिक, मुन्ना डॉन के खिलाफ भी थाने में कई मामले दर्ज हैं। किस कारण से मुन्ना की हत्या की गई फिलहाल यह, स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस ने जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लेने का भरोसा दिलाया है।
जानकारी के अनुसार, मुन्ना की पत्नी पिछले साल डुमरावां पंचायत से मुखिया पद की उम्मीदवार थीं। मुन्ना डॉन के ऊपर कई मामले पहले से दर्ज हैं। आरोप है कि वह लोगों के बीच दहशत पैदा करता था। लोगों को डरा-धमका कर अपना वर्चस्व बनाने में लगा हुआ था।
ग्रामीणों का कहना है कि मुन्ना को फोन कर बुलाया गया, फिर इसकी हत्या कर दी गई। वहीं, कुछ लोगों को कहना है कि जमीन विवाद में घटना को अंजाम दिया गया है। मुन्ना की मौत की खबर सुनते ही अस्पताल में उसके सैकड़ों समर्थक और परिजन जमा हो गए।
हालांकि, एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मुन्ना का आपराधिक इतिहास रहा है। पूरे मामले की तहकीकात की जा रही है। सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही सदर अस्पताल पहुंचकर ममले की जांच शुरू कर दी है।