भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद और विराट हिंदुस्तान संगम के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम् स्वामी एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आज पटना (Subramanian Swamy in Patna) पहुंचे हुए हैं। सुब्रह्मण्यम् स्वामी हमेशा ही अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। पटना पहुंचते ही उन्होंने एकबार फिर से कुछ ऐसा ही बयान दिया है जिसको लेकर चर्चाएं तेज है।
पटना पहुंचने पर उन्होंने सीएम नीतीश को अपना मित्र बताते हुए उनकी जमकर तारीफ की। उन्होंने यहां तक कह डाला कि सीएम नीतीश कुमार पीएम प्रत्याशी बनेंगे। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सीएम नीतीश के विपक्षी एकजुटता के उनके प्रयासों की सराहना की।
सुब्रह्मण्यम स्वामी ने विपक्षी एकजुटता के लिए नीतीश कुमार के प्रयासों, राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद होने समेत तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून की देश में कोई जरूरत नहीं है। देश की आर्थिक प्रगति होगी, सब ठीक हो जाएगा।
वहीं, विपक्षी एकजुटता के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हम कैसे कह सकते हैं कि नीतीश कुमार देश में विपक्ष को एकजुट नहीं कर सकते हैं? नीतीश कुमार हमारे साथ ही रहे हैं। जेपी आंदोलन के समय से ही हमने उनसे मिलने के लिए समय मांगा है। कुछ बातें होगी उसके बाद बताएंगे।
पढ़िए पूरी खबर, सूरत की एक अदालत की ओर से दोषी ठहराए जाने के बाद वायनाड के सांसद के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता से संबंधित मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की ओर से लगाए गए खतरनाक आपातकाल के दौरान उनके साथ क्या हुआ था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी पटना (Subramanian Swamy in Patna) पहुंचे। इस दौरान उनसे अतीक अहमद हत्याकांड से लेकर नीतीश कुमार के विपक्ष की ओर से पीएम उम्मीदवार समेत कई मुद्दों पर सवाल किया गया।
सुब्रमण्यम स्वामी ने सभी का खुलकर जवाब दिया। उनसे जब पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार 2024 के चुनाव में पीएम मोदी को टक्कर दे पाएंगे? पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस पर बेहद सधा जवाब दिया।
उन्होंने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को राष्ट्रवादी बताया है। साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर भी एक बड़ी बात कही है।
वहीं सुब्रह्मण्यम् स्वामी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकजुटता वाले अभियान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से मेरा संबंध जेपी मूवमेंट के समय से है। मैंने आज भी उनसे मिलने का समय मांगा है।
मैं उनसे मिलकर ये जरुर पूछूंगा कि उन्हें क्या मदद चाहिए। 2024 में पीएम मोदी को चुनौती देने के सवाल का जवाब देते हुए इन्होंने कहा कि- उनकी मर्जी है, नीतीश ने मुझसे कभी नहीं कहा कि मैं मोदी को टक्कर देना चाहता हूं तो मैं कैसे कुछ बोलूं उनसे पूछे बिना। इसलिए आज जब मिलूंगा उसके बाद उससे कहूंगा की क्या मदद करना है और उसकी क्या पसंद है उसके बाद भी कुछ बोलूंगा।
पटना में मीडिया कर्मियों ने सुब्रह्मण्यम् स्वामी से असदुद्दीन ओवैसी को लेकर सवाल किया। जिसका जवब देते हुए उन्होंने कहा कि ओवैसी बहुत पढ़े लिखे और बुद्धिशाली इंसान हैं। मैं कई बार उसको मजाक में ये कह चुका हूं कि तुम राष्ट्रभक्त हो परंतु तुम राष्ट्र के हित में नहीं हो।
वो मुझसे पूछते भी हैं कि इन दोनों में क्या अंतर है। मैं उसे बताया कि तुम किसी दुश्मन के पक्ष में नहीं हो लेकिन जैसा हमारा देश बनना चाहिए उसके विरोध में हो। हालांकि वो अपने वोट बैंक को लेकर ऐसा करता रहता है, इसलिए उसे कुछ नहीं कह जा सकता है।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद से ओवैसी के बयान काफी चर्चाओं में है। इसी को लेकर सुब्रह्मण्यम् स्वामी ने ये प्रतिक्रिया दी है।
मीडिया कर्मियों ने सुब्रह्मण्यम् स्वामी से असदुद्दीन ओवैसी को लेकर सवाल किया। जिसका जवब देते हुए उन्होंने कहा कि ओवैसी बहुत पढ़े लिखे और बुद्धिशाली इंसान हैं। मैं कई बार उसको मजाक में ये कह चुका हूँ कि तुम राष्ट्रभक्त हो परंतु तुम राष्ट्र के हित में नहीं हो। वो मुझसे पूछते भी हैं कि इनदोनों में क्या अंतर है।
मैं उसे बताया कि तुम किसी दुश्मन के पक्ष में नहीं हो लेकिन जैसा हमारा देश बनना चाहिए उसके विरोध में हो। हालांकि वो अपने वोट बैंक को लेकर ऐसा करता रहता ह इसलिए उसे कुछ नहीं कह जा सकता है। बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद से ओवैसी के बयान काफी चर्चाओं में है। इसी को लेकर सुब्रह्मण्यम् स्वामी ने ये प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जेपी मूवमेंट के समय से ही हमारे मित्र हैं। राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने के बाद क्या नीतीश कुमार विपक्ष की ओर से पीएम उमीदवार होंगे? उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो अच्छी बात है। वो मेरे अच्छे मित्र हैं।
क्या नीतीश कुमार में 2024 में पीएम मोदी टक्कर दे पाएंगे इस सवाल सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि बिहार के सीएम ऐसा कभी नहीं कहा। हां लेकिन जब मैं आज जब उनसे मिलूंगा तो जरूर इस बारे में पूछ लूंगा।
मीडिया से बातचीत करने हुए जनसंख्या नियंत्रण तो आर्थिक प्रगति के साथ अपने आप कम होते जाती है। 50 साल पहले जो जिस रफ्तार से जनसंख्या बढ़ रही थी, उसके तुलना में आज गति कम है। इसको नियंत्रण करने के लिए आर्थिक प्रगति दर को 10 प्रतिशत प्रति दर करना चाहिए।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अगर आर्थिक प्रगति दर ठीक रहेगी तो जनसंख्या नियंत्रण किया जा सकता है। जनसंख्या नियंत्रण कानून के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोग जब अपने आप परिवार नियोजन करेंगे तो तब ही सुधार हो सकता है।
जनसंख्या ज्यादा है, इसको रोकना चाहिए, इसकी चिंता करने से कुछ नहीं होगा। कोई सरकार इसे काबू में नहीं कर सकती है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसे कठोर तरीके से रोकने की कोशिश की थी, सबको पता है उनकी हालत क्या हुई।
विश्व में जनसंख्या के आधार पर भारत ने चीन को भी पछाड़ दिया है। चीन ने अपने यहां जनसंख्या नियंत्रण कानून लाकर अपने देश की जनसंख्या वृद्धि दर को कम किया। ऐसे में अब भारत में भी जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की चर्चा तेज हो गई है।
इसी क्रम में पटना पहुंचे पूर्व कानून मंत्री और पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया। उनके कहने का मतलब साफ था कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जनसंख्या रोकने की कोशिश की थी लेकिन जनता ने इसका खूब विरोध किया था।
सुब्रमण्यम स्वामी का इस बयान 1975 में आपातकाल की याद दिला दी। उस समय नागरिकों के अधिकार छीन लिए गए थे। इंदिरा सरकार ने आपातकाल में जो फैसले लिए उनमें सबसे विवादास्पद पुरुषों की जबरन नसबंदी का फैसाला था। उनके बेटे संजय गांधी ने बैक डोर से इस अभियान की कमान संभाली।
सरकार अधिकारी को नसबंदी अभियान को सफल बनाने का लक्ष्य दिया था। इसके बाद इस अभियान के एक साल में ही 60 लाख से अघिक पुरुषों की जबरन नसबंदी करवा दी गई। नसबंदी में बरती गई लापरवाही के कारण 2 हजार से ज्यादा की मौत भी हो गई। इसके बाद इस अभियान का खूब विरोध हुआ था। इंदिरा गांधी की सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था।
बीजेपी के मुखर पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने शनिवार को एक और विवाद की शुरुआत करते हुए कहा कि बीजेपी के सभी सदस्य केंद्र में मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के प्रदर्शन पर खुद को सुसंगत महसूस नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के सभी कार्यों को सभी भाजपा सदस्यों की स्वीकृति नहीं है। मोदी स्पष्ट रूप से चीन के प्रति नरम हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अपने भाषणों में चीन का उल्लेख करने में भी सहज नहीं हैं।
स्वामी ने कहा कि चीन ने एकतरफा रूप से भारतीय क्षेत्र से भूमि के बड़े हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है। मोदी समर्पित पार्टी कैडर के बीच चीन पर नरम रहते हैं।
उन्होंने कहा, हम (भाजपा कार्यकर्ताओं) के अपने वैचारिक मानक हैं। हिंदुत्व और राष्ट्र भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए सर्वोच्च बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि हम बिना संघर्ष के बेहतरी की कामना करते हैं।