नवादा में पुलिस ने जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष एवं क्षेत्र के कुख्यात बदमाश मंजूर आलम को बम और कट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। मंजूर आलम को नरहट से पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने उसके घर से 4 जिंदा बम, 7 देसी कट्टे, एक पिस्टल, एक राइफल समेत जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
गिरफ्तार आरोपित मंजूर आलम बिहार की सत्ताधारी पार्टी जदयू का सक्रिय कार्यकर्ता है। वह जदयू का प्रखंड अध्यक्ष से लेकर प्रदेश महासचिव के पद में भी रह चुका है। हालाँकि कहा जा रहा है कि फिलहाल वह पार्टी के किसी भी पद में नहीं था।
जानकारी के अनुसार, अवैध हथियार रखने के मामले में गिरफ्तार हुए 3 आरोपितों का आपराधिक इतिहास रहा है। जदयू नेता मंजूर आलम के खिलाफ नरहट थाने में करीब आधा दर्जन मामले दर्ज हैं। वहीं, उसके बेटे और भतीजे पर भी पहले से मुकदमा दर्ज होने की बात कही जा रही है।
मंजूर आलम का आपराधिक इतिहास है। नरहट थाने में आधा दर्जन के करीब मामला दर्ज है। इसके अलावा मंजूर आलम के बेटे और भतीजे के विरुद्ध पूर्व में भी नरहट थाने में पुलिस के रजिस्टर में इनका नाम है।
मंजूर आलम को जेडीयू से नरहट प्रखंड का प्रखंड अध्यक्ष भी बनाया गया था। बेहतर काम करने का इनाम भी मंजूर आलम को मिला था और फिर उन्हें प्रदेश महासचिव के पद पर बैठाया गया था। फिलहाल मंजूर आलम पार्टी के किसी पद पर नहीं है, लेकिन वह जनता दल यूनाइटेड का सक्रिय कार्यकर्ता है।
इस कार्रवाई को लेकर नरहट थाना प्रभारी सरफराज इमाम का कहना है कि अवैध हथियार रखने के आरोप में फिलहाल सिर्फ गिरफ्तार किया गया है। आगे की कार्रवाई की जानी बाकी है।
हालांकि, थाना प्रभारी ने मामले की पूरी जानकारी देने से इनकार कर दिया। वहीं, एसपी अंबरीष राहुल का कहना है कि जिन तीन या चार लोगों को गिरफ्तार गया है, उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा होगा। इसके लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की जा सकती है।
बताया जा रहा है कि जदयू नेता सहित चार लोग पकड़े गए हैं। पुलिस ने जदयू नेता के अलावा उसके बेटे और भतीजे को भी पुलिस ने पकड़ा है। हालांकि, पुलिस की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
नवादा के पुलिस कप्तान अंबरीष राहुल ने कहा कि जिन चार लोगों को पकड़ा गया है, उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। जांच प्रक्रिया के बाद ही बरामद हथियारों को लेकर खुलासा किया जाएगा। एसपी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की बात कही गई है।
हालांकि, अब सवाल यह उठता है कि जदयू नेता के पास इतनी बड़ी मात्रा में हथियार कैसे आए? इन हथियारों को इकट्ठा करने का क्या उद्देश्य था?
जिंदा बम, पिस्टल, कारतूस और देसी कट्टों के साथ मंजूर आलम, उसका बेटा और भतीजे किस घटना को अंजाम देने की फिराक में था? सवाल यह भी है कि कहीं बिहार में किसी दंगे की साजिश के तहत तो इस तरह के हथियार इकट्ठे नहीं किए गए थे और इस सबमें सरकार का भी हाथ है या नहीं?
नवादा पुलिस ने एसपी के नेतृत्व में नरहट प्रखंड के बाजार इलाके में स्थित जदयू नेता मंजूर आलम के घर में छापेमारी की थी। इसी छापेमारी के दौरान पुलिस ने अवैध हथियार बरामद किए। बरामद किए गए हथियार में 5 जिंदा बम, एक पिस्टल, सात देसी कट्टे, एक राइफल समेत कई जिंदा कारतूस शामिल हैं। पुलिस ने अवैध हथियार रखने के आरोप में मंजूर आलम के बेटे और उसके भतीजे को भी गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने मंजूर आलम के साथ उनके बेटे और भतीजे को भी गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई को लेकर फिलहाल पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है। पुलिस जिले के नरहट में कई ठिकानों पर छापेमारी की बात कह रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार को मंजूर आलम के घर पर छापामारी की गई। जहां 4 बम 7 देसी कट्टा, एक पिस्टल और गोली बरामद किया गया है। पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।
मंजूर आलम का सांठगांठ जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं से है। वह जदयू के प्रखड अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुका है। बताया जा रहा है कि अब भी वह पार्टी कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 2023 में भी मंजूर आलम पर आधा दर्जन मामला नरहट के थाना में दर्ज है। ऐसे में उसकी गिरफ्तार पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
मंजूर आलम इलाके में अपराधी के रूप में जाना जाता है। वह जदयू के हर कार्यक्रम में सक्रिय दिखता है ।मंजूर के गिरफ्तारी से जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं पर भी उंगलियां उठनी शुरू हो गई है।
पुलिस का मानना है वह अपराधियों को भी शस्त्र की आपूर्ति किया करता था ।जिसकी सघन जांच की जा रही है। इसके पूर्व भी मंजूर आलम कई बार अपराधिक मामलों में जेल जा चुका है। जिसके मुकदमें आज भी न्यायालय में लंबित हैं।