दरअसल कुछ बच्चे मछली मारने के लिए तालाब में गए थे। इस दौरान एक बच्चे को तालाब में से चार बम मिला। बच्चे उससे खेलने लगे तभी बम फट गया। हालांकि किसी भी बच्चे को कोई नुकसान नहीं हुआ। गौर करने वाली बात ये है कि जिस जगह ये घटना हुई वहां से कुछ ही दूरी पर एसएसबी 47 बटालियन की कंपनी रहती है।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई है। इलाके की नाकेबंदी कर मामले की जांच में शुरू कर दी गई है। हरैया थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि जो बम बरामद किए गए हैं वो टिन बम है। जो होम मेड हैं। पढ़िए पूरी खबर
रक्सौल शहर से लगे सीमावर्ती पंटोका गांव के वार्ड क्रमांक 16 स्थित एक तालाब से शनिवार (6 मई) की दोपहर 4 टीन बम को पुलिस ने बरामद किया है। बम को उस समय बरामद किया गया, जब मछली मारने के लिए लोग तालाब में उतरे थे और कचरा को साफ कर बाहर फेंक रहे थे।
इसी दौरान कचरे से उक्त बम को बच्चों ने गेंद समझकर उठा लिया और खेलना चालु कर दिया। इसी दौरान एक बम में ब्लास्ट हो गया। बम के फटते ही मौके पर भगदड़ मच गई। बाकी 3 बम छोड़ कर बच्चे भाग निकले।
घटना की सूचना मिलने के बाद हरैया पुलिस ASI कृष्णा प्रसाद यादव के नेतृत्व में टीम फ़ौरन मौके पर पहुंची व बम को बरामद कर आसपास के क्षेत्र को सुरक्षित कर लोगों को बम से दूर रहने की व्यवस्था सुनिश्चित की। तब तक पंटोका SSB भी मौके पर पहुंची और बम की स्थिति का जायजा लिया।
घटना की पुष्टि हरैया थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने की। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना वरीय पुलिस अधिकारी को देते बम निरोधक टीम कोमौके पर बुलाया जा रहा है। टीम के आने व जांचोपरांत यह स्पष्ट होगा कि बरामद बम कितना ताकतवर है।
सूत्रों ने जानकारी दी है कि प्रखंड के महदेवा गांव में पिछले हफ्ते अरुण सिंह के घर हुए भीषण डकैती के बाद तालाब से बरामद बम के समान ही उक्त बरामद बम पाया गया है, जो टीन के डिब्बा में रख कर होम मेड बनाया गया है। बम बरामदगी की खबर से पंटोका गांव में लोग दहशत में हैं।
जानकारी के अनुसार, इस तरह की घटनाएं अक्सर बिहार से सटे बंगाल से सामने आती रहती हैं, जहां कभी मैदान में बच्चों को खलेते हुए बम मिल जाते है, तो कभी किसी घर में अचानक ही धमाका हो जाता है। बाद में पता चलता है कि, वहां देशी बम रखे हुए थे। इस तरह की घटनाओं से बच्चों की जान मुश्किल में आ जाती है।