- मुख्य बातें
- 02 मत से हारे हुए प्रत्याशी ओसीआर रिकॉर्डिंग देखकर हुए संतुष्ट
- 15 मिनट में ओसीआर ने शंका का किया समाधान
- ओसीआर तकनीक से बढ़ी मतगणना की विश्वसनीयता
दरभंगा में पंचायत चुनाव का रिकार्ड बन रहा है। एक इतिहास रचा है दरभंगा जिला प्रशासन ने। इस खबर को पढ़ने के बाद आप भी कहेंगे, लोकतंत्र के चुनाव में जीत-हार तो लगी रहती है मगर स्वच्छ, निर्भीक, निष्पक्ष पंचायत चुनाव कराकर Darbhanga District Administration ने दिखा दिया जब तक डीएम के रूप में डॉ.त्यागराजन एसएम हैं, निष्पक्ष और ईमानदार प्रयास ही संभव है। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, दरभंगा पंचायत चुनाव में ओसीआर तकनीक जो पहली बार पंचायत चुनाव के मतगणना में प्रयोग किया जा रहा है। सप्तम चरण से इसका प्रयोग दरभंगा जिले में किया जा रहा है।
ओसीआर तकनीक वह तकनीक है, जो ई.वी.एम से किए जाने वाले मतगणना को स्वत: कैप्चर कर रिकॉर्ड कर लेता है तथा तुरंत मतगणना परिणाम प्रदान कर देता है। इस रिकार्डेड परिणाम को बाद में देखा जा सकता है।
मतगणना केन्द्र पर उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब हनुमाननगर प्रखंड के मोरो पंचायत के मुखिया पद के पराजित प्रत्याशी रोशन आरा के समर्थकों ने 02 मत की हार होने के कारण मतगणना में त्रुटि होने की शंका को लेकर उग्र होकर हल्ला मचाने लगे और मतगणना परिणाम पर शंका व्यक्त करने लगे।
जानकारी के अनुसार, हनुमाननगर प्रखण्ड के मोरो पंचायत के विजयी प्रत्याशी आभा देवी को मतगणना में 1761 मत प्राप्त हुए। वहीं रोशन आरा को 1759 मत प्राप्त हुए।
जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम (DM Dr. Thiagarajan SM) को इसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने जिला पंचायत राज पदाधिकारी आलोक राज को दोनों प्रत्याशियों सहित अन्य उपस्थित अन्य प्रत्याशी को भी ओसीआर तकनीक से कैप्चरड मतगणना परिणाम को दिखलाने का निर्देश दिया।
इसके उपरांत जिला पंचायत राज पदाधिकारी आलोक राज द्वारा विजयी एवं पराजित सहित उपस्थित प्रत्याशियों को इस बात की जानकारी देते हुए उन्हें ओसीआर तकनीकी से कैप्चर्ड रिकॉर्डेड मतगणना को मतगणना केंद्र वार एवं प्रत्याशी वार बार-बार दिखलाया गया। खासकर मतदान केंद्र संख्या 1 और 1क।
प्रत्येक मतगणना केन्द्रों के ईवीएम की गिनती के दौरान स्वत: कैप्चर्ड व रिकॉर्डेड एक-एक प्रत्याशी का परिणाम देखने के उपरांत विजयी और पराजित दोनों प्रत्याशी संतुष्ट हो गए और सभी ने लिखित रूप में अपनी संतुष्ट होने का लिखित प्रमाण पत्र दिया।
ओसीआर तकनीकी से मतगणना परिणाम देखने के उपरांत विजयी एवं पराजित व उपस्थित प्रत्याशियों के साथ साथ उनके समर्थकों ने भी पूर्ण संतोष व्यक्त किया तथा इस पद्धति की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने ओसीआर तकनीक के संबंध में बताया कि इस तकनीक के आ जाने से जहां एक और मतगणना पारदर्शी हुई है वहीं मतगणना परिणाम पर विश्वसनीयता भी बढ़ी है।