बिहारशरीफ के हरनौत प्रखंड की नेहुसा पंचायत की नवनिर्वाचित पंचायत समिति सदस्य महेशपुर गांव निवासी मुन्नी देवी 20 दिसंबर से गायब हैं। उन्हें ढूंढ़ने गये उनके ससुर योगेन्द्र प्रसाद भी तीन दिनों से गायब हैं।
पंसस पति मिथुन कुमार दोनों के अपहरण का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि एक सप्ताह से पुलिस एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी कर रही है। उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पंसस के पति हरनौत और चंडी थाने का चक्कर लगा रहे हैं। एसपी हरि प्रसाथ एस.के आदेश के बाद भी एफआईआर नहीं की जा रही है।
पुलिस सफाई दे रही है कि परिवारवालों से महिला की बातचीत हो रही है। जबकि, पंसस पति मिथुन कुमार ने बताया कि एफआईआर के लिए हरनौत थाने गये तो थानाध्यक्ष ने मोबाइल से बात करा दी। इस मतलब साफ है कि इस मामले में उनकी मिलीभगत है। हालांकि, थानाध्यक्ष देवानंद शर्मा ने इससे साफ इंकार किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि हरनौत थाना में एफआईआर करने गये तो उन्हें चंडी थाना भेज दिया गया। चंडी थानाध्यक्ष ऋतुरात कुमार ने वापस हरनौत भेज दिया। पिछले कई दिनों से वे थानों के चक्कर लगा रहे हैं। डीएम-एसपी को भी मैसेज कर उन्होंने घटना की जानकारी दी है। इसके बाद भी कार्रवाई तो दूर, अबतक एफआईआर भी नहीं किया गया|
इससे पहले मिथुन की मां नेहुसा पंचायत से पंचायत समिति सदस्य थीं। इस बार उनकी पत्नी मुन्नी देवी चुनाव जीती हैं। मिथुन का कहना है कि पत्नी मायके गयी थी। मायके चंडी थाना क्षेत्र के केसौरा गांव में है। 20 दिसंबर को वे वहां से ससुराल लौट रही थीं। घर नहीं पहुंचीं तो केसौरा फोन कर जानकारी ली। वहां से वह निकल चुकी थी। उसके बाद से वे घर नहीं लौटी हैं। उसी दिन पुलिस को सूचना दी गयी।
रात को उन्हें एक कॉल आया। फोन उनकी पत्नी ने किया था। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उनका अपहरण कर लिया है। इसके बाद फोन बंद हो गया। दोबारा कॉल करने पर नंबर स्वीच ऑफ बताता है। उनका आरोप है कि एक जनप्रतिधियों ने ही पत्नी का अपहरण कराया है।
उनके घर में पूछताछ की गयी तो फोन कर उन्होंने कहा कि पिता को भेज दो, पत्नी वापस आ जाएगी। पिता उसे खोजने गये तो वह भी गायब हो गये। इसके बाद एक दबंग उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है। पुलिस एफआईआर नहीं कर रही है। पूरा परिवार दहशत में है।
थानाध्यक्ष देवानंद शर्मा का कहना है कि पंसस का मायका चंडी थाना क्षेत्र में है। घटनास्थल भी वहीं है। उनका यह भी कहना है कि पंसस व उनके ससुर की बातचीत अक्सर परिवारवालों से हो रही है। शुक्रवार को भी फोन से उनकी बातचीत हुई है। अपहरण का आरोप पूरी तरह से गलत लग रहा है। पुलिस जांच कर रही है।
जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।हरनौत प्रखंड में इस प्रकरण को लेकर तरह-तरह की चर्चा है। लोग इसे प्रमुख-उपप्रमुख के चुनाव से जोड़ रहे हैं। इस पूरे मामले में चांदी के सिक्कों की खनक भी सुनाई पड़ रही है। मामले में बड़े-बड़े लोगों का नाम सामने आ रहा है। शायद इस वजह से भी पुलिस कुछ करने से हिचक रही है।