उन्नाव में दरिंदगी का शिकार हुई पीड़िता का शव उसके गांव पहुंच चुका है। कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। लेकिन अभी पीड़िता का परिवार शव के अंतिम संस्कार को राजी नहीं है। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई का फैसला किया है मगर परिजन अभी संतुष्ट नहीं हैं। पीड़िता के परिजनों ने सीएम योगी को बुलाने की मांग की है।
मुख्य बातें
- उन्नाव में रेप पीड़िता का शव पहुंचा गांव, आसपास के क्षेत्र में तनाव के हालात
- सीतापुर, हरदोई और लखनऊ से अतिरिक्त पुलिस फोर्स को उन्नाव बुलाया गया
- सीएम योगी की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराने की मांग पर अड़े हैं परिजन
- शनिवार शाम पीड़िता के शव को कड़ी सुरक्षा के बीच दिल्ली से उन्नाव लाया गया
पढ़िए किसने कहा…
मैं मांग करती हूं, मुझे सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए उन्नाव, देशज न्यूज। पीड़िता का शव पहुंचने के बाद क्षेत्र में हालात नाजुक बने हुए हैं। कानून व्यवस्था के मद्देनजर सीतापुर, हरदोई और लखनऊ से पुलिस फोर्स को उन्नाव बुलाया गया है। इसके अलावा दो प्लाटून पीएसी को भी मौके पर तैनात किया गया है। मीडिया को पीड़िता के घर से दूर रखे जाने की कोशिश चल रही है। पीड़िता के शव को फिलहाल घर के कच्चे बरामदे में रखा गया है।
परिजनों की मांग व दो टूक कहना है, जब तक सीएम गांव में नहीं आएंगे, पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इससे पहले योगी सरकार ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये के मुआवजे का चेक सौंपा था। इस बीच रेप विक्टिम की बहन ने सरकारी नौकरी की मांग की है। पीड़िता की बहन ने कहा, ‘मैं मांग करती हूं कि मुझे सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए।’