back to top
10 नवम्बर, 2024
spot_img

ये सोचना ग़लत है के’ तुम पर नज़र नहीं, मसरूफ़ हम बहुत हैं मगर बेख़बर नहीं

आप पढ़ रहे हैं दुनिया भर में पढ़ा जाने वाला Deshaj Times...खबरों की विरासत का निष्पक्ष निर्भीक समर्पित मंच...चुनिए वही जो सर्वश्रेष्ठ हो...DeshajTimes.COM
spot_img
Advertisement
Advertisement

सरकारी योजनाओं में लूट-खसोट में अधिकारी जुटे हैं। मगर जानते नहीं, हिंदुस्तान की संपत्ति सरकार की संपत्ति है, इसे जो खाएगा ज्यादा जिंदा रहेगा ऐसा नहीं है। देश से भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे नेता जल्दी इसलिए चले गए, क्योंकि इन्होंने देश की जनता का कुछ खाया नहीं, जिन्होंने खाया, वे अभी भी नेता हैं। हालात हर सरकारी योजनाओं में यही है। बिना रिश्वत के कहीं भी लाभुक को कुछ नहीं मिलता। ऐसे में, ये सोचना ग़लत है के’ तुम पर नज़र नहीं, मसरूफ़ हम बहुत हैं मगर बेख़बर नहीं।

ये सोचना ग़लत है के' तुम पर नज़र नहीं, मसरूफ़ हम बहुत हैं मगर बेख़बर नहीं

जरूर पढ़ें

Darbhanga में धान काटने से मजदूरों का तौबा, कहा ठहरे हुए पानी और कीचड़ में कटाई, हम से ना हो पाएगा

जाले | जाले प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश खेतों में इस समय पानी भरा हुआ...

Darbhanga में सैनिक की पुस्तैनी जमीन पर फसाद, अपने ही निकले बेगाने

जाले | जाले प्रखंड के रेवढ़ा गांव में पुस्तैनी जमीन को लेकर दो भाइयों...

Darbhanga के बेनीपुर में सलाखों तक पहुंची कानून की अलख , बंदियों ने जाना अपना हक

सतीश चंद्र झा, बेनीपुर | राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर उपकारा बेनीपुर...

Darbhanga में डायन डायन का खेल, पीट गई 3 बच्चों की मां

जाले | नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 5 भटपोखरा में एक तीन बच्चों की...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें