सड़कों पर बिना कागजात के गाड़ी चलाने वालों की फौज है। पुलिस लगातार इसके खिलाफ अभियान चलाती है। फाइन काटती है। पैसे वसूलती है मगर स्थिति यथावत है। ऐसे माहौल में एक खबर हमें सुकून देने के लिए फिलहाल काफी है, डिजिटल इंडिया मुहिम को बढ़ावा देने के लिए आईआरडीए वाहन के कागजों को डिजिटल फोर्मेट में करने में जुट गया है।
भारतीय बीमा नियामक प्राधिकरण ने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए ई-वाहन बीमा योजना की शुरूआत की है। इसके बाद वाहन स्वामियों को कार या दो पहिया वाहन सड़क पर ले जाते वक्त बीमा के कागजात साथ रखने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
फिलहाल यह योजना केवल तेलंगाना में शुरू हुई है। आईआरडीए धीरे-धीरे इसे अन्य राज्यों में शुरू करने की कवायद में जुटी है। मगर दरभंगा जैसे शहरो में हालात बिल्कुल ही शर्मनाक हैं। कहीं भी चार पुलिस वाले ड्राम लगाकर खड़े हो जाते हैं और चैकिंग शुरू मगर सवाल यह, आखिर इस हालात के लिए कुसूरवार कौन है… तुम भी इस शहर में बन जाओगे पत्थर जैसे हंसने वाला यहां कोई है न रोने वाला…।