दरभंगा टावर की कहानी उसकी बदकिस्मती अब हमें सताती नहीं है। बार-बार नगर निगम, यहां के सांसद, विधायक जितने अफसर आए-गए सबनें एक ही बात कही-सुनी कि दरभंगा टावर के दिन बहुरेंगे मगर कब, नेताओं के किस्से पुराने तो चले गए। अफसर कई आए ऐरे-गैरे हो गए। नगर निगम में आयुक्त दर आयुक्त बदलते चले गए मगर नहीं बदली तो एक अदद दरभंगा टावर की तकदीर…हाय मेरी किस्मत, हाय यहां के लोग…हाय यहां की व्यवस्था आखिर दादा कहिन… मैं तुम पर हर बार भरोसा करता हूं इतना सच्चा झूठ तुम्हारा होता है