मई,14,2024
- Advertisement -

CATEGORY

दादा कहिन ( Deshaj Times Cartoon )

रह-रह आंखों में चुभती है पथ की निर्जन दोपहरी…हम मान लेते हैं कि ज़िंदगी अभी भी जीने लायक है

 दरभंगा, देशज टाइम्स। गति पर सदा नियंत्रण हो ऐसी ही गति से चलना तुम, यातायात के नियमों के अनुरूप सदा ही ढलना तुम। आप...

भाषा, विचार, विषय व संवाद ही पत्रकारिता की परिभाषा, दशा और दिशा आप तय करेंगे मेरे मित्र…

दरभंगा,देशज टाइम्स। कलम की धार ही पत्रकार की वास्तविक पहचान है।पत्रकारिता में साहस, धैर्य व संयम जैसे गुण ही संवदेनशील व जिम्मेदार बनाते...

बहुत गुस्सा था इस व्यवस्था के खिलाफ,अब उसी का भागीदार हो गया हूं, अब मैं पत्रकार हो गया हूं…

 दरभंगा, देशज टाइमस।  सरकार बनाने बिगाड़ने की बात है करता, सिस्टम सुधारने की दम है रखता, दीवानगी की हदों को पार है करता, कलम...

सोचिए, पत्रकारिता के ABCD से Z तक, अ,आ से ज्ञ तक हम कहां हैं, मगर पत्रकार कहलाना चाहते हैं

 दरभंगा, देशज टाइम्स। दरभंगा की पत्रकारिता पर बहुत कुछ लिखा जा सकता है। बदलते चरित्र, बदलता चेहरा, बदलती सोच, बदलती भावनाएं ये पत्रकारों को...

DT अगर ए नाख़ुदा तूफ़ान से लड़ने का दम-ख़म है, इधर कश्ती न ले आना यहां पानी बहुत कम है…

दरभंगा, देशज टाइम्स। आज के समय में जल मनुष्य के शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं| बिना पानी के इंसान इस धरती पर जिन्दा...

ए भाई…जहर खाने के बाद दरभंगा की पत्रकारिता का लहू सफेद होता दिख रहा है, पहल करेगा कौन

दरभंगा, देशज टाइम्स। कर्ण क्लासेस के संचालक के जहर खाने के बाद दरभंगा की पत्रकारिता का लहू सफेद होता दिख रहा है। ताकत कमजोर...

Dt ये कहां आ गए हम यूं ही साथ-साथ चलते, दोस्तों अब भी समय है, सोच लो, जागो और सोच लो

दरभंगा, देशज टाइम्स। दोस्तों जीवन में हमेशा बेबाकी से सच को स्वीकार करो। हक की लड़ाई लड़ो। कभी बिना कम पैसे की मजदूरी मत...

ऐसी TRP देखी नहीं कहीं, आ जाए कौन कब कहां कैसी खबर के साथ, घर में बैठा हूं मैं डर के साथ

दरभंगा, देशज टाइम्स। अगर आप टीवी देखते हैं तो आपने टीआरपी के बारे में तो सुना ही होगा। ये टीआरपी इन दिनों बढ़ाने के लिए बड़े बड़े राजनेताओं...

दरभंगा में मीडिया बिकाऊ है, खरीदेगो या खरीद चुके हो, कीमत बेहद कम आपके बजट मुताबिक

 दरभंगा, देशज टाइम्स। वास्तव में,  मीडिया लोकतंत्र का चौथा पाया बन कर भ्रष्टतंत्र में शामिल हो गया है। सच तो यह है कि आज...

हमने बहारों का महज़ ज़िक्र सुना है इस दरभंगाटावर सेतो आज तक अतिक्रमण के पतझर नहीं बदले

दरभंगा, देशज टाइम्स। दरभंगा टावर का नजारा बदलता कम बदहाल ज्यादा दिख रहा है। नए एसएसपी आते हैं तो कुछ हिपडॉप दिखता है। फिर...

लोकप्रिय

- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें