देश अभी एशिया कप की खुमारी में है। देर रात सुपर ओवर में भारत की श्रीलंका पर रोमांचक जीत के बाद सुबह की जब भोर हुई, सभी दुर्गा की अराधना में जुटे। रविवार को भारत और पाकिस्तान के फाइनल की बातें हो ही रहीं थी कि जानकारी मिली, पटना में एक पोस्टर लगी है…जमीन चोर, पेट्रोल चोर, कॉलेज चोर, नाम बदलू, कॉटन बैंडेज चोर। अब क्या था…क्रिकेट और दुर्गापूजा बाद में पहले पोस्टर की चर्चा@चुनावी कांव-कांव देशज टाइम्स पॉलिटिकल डेस्क।
ये पोस्टर निसंदेह सत्ताधारी नेताओं का है लेकिन लगाया कौन?चस्पा किसने किया?सवाल यही से जहां बिहार में जनसुराज पहले ही यह खुलासा कर चुका है। फाइलें खोल चुका है। सौ करोड़ मानहानि के दावे हो चुके हैं। मगर…ये बिहार है यहां चुनाव है। ऐसे में, ऐसे पोस्टर वार तो होते ही रहेंगे, अभी तो यह शुरूआत है! जहां, एनडीए नेताओं पर खुलेआम आरोप है।@चुनावी कांव-कांव देशज टाइम्स पॉलिटिकल डेस्क।
पटना में विवादित पोस्टर के मायर्न क्या? सियासी बवाल
‘जमीन चोर’, ‘पेट्रोल चोर’, ‘नाम बदलू’—जनसुराज के पोस्टर से गरमाई राजनीति
एनडीए नेताओं पर पोस्टर वार के जरिए यह, जनसुराज का दूसरा निशाना माना जा रहा है। हालांकि, जनसुराज की बातों में इन बड़े नाम, पोस्टर विवाद के बीच राजद प्रवक्ता की ट्वीट ने चारों खाने इन नेताओं की घेराबंदी को सुपर ओवर में पहुंचा दिया है। जहां, जवाब देने से पहले ही बढ़ी गरमी और बेचैनी में कौन कहां कब फंसेंगे यह तो चुनावी साल में अभी दो महीनें बाकी हैं। लेकिन, पटना की सड़कों पर ‘चोरों की लिस्ट’, टंग गई है। NDA में हड़कंप मचा है। जनसुराज के सुर में-राजद के अलाप, सवाल कई हैं, अंदरखाने कुछ और…क्या यह NDA पर दोतरफा हमला है?@चुनावी कांव-कांव देशज टाइम्स पॉलिटिकल डेस्क।
जब जनसुराज के सूत्रधार पीके ने सम्राट चौधरी का पतरा खोला तो कहा क्या। यही ना, तेजस्वी स्वीकारते हैं नौंवी फेल हैं लेकिन यहां तो सातवीं हैं और झूठ का पुलिंदा है।@चुनावी कांव-कांव देशज टाइम्स पॉलिटिकल डेस्क।
पोस्टर में सम्राट चौधरी बने ‘नाम बदलू’, नेताओं की किरकिरी, राजनीतिक गलियारों में हलचल—क्या PK की रणनीति काम कर रही है? पटना पोस्टर कांड: क्या महागठबंधन जनसुराज की पिच पर खेल रहा है?
@चुनावी कांव-कांव देशज टाइम्स पॉलिटिकल डेस्क। | बिहार की राजनीति में इन दिनों एक पोस्टर वार बड़ा मुद्दा बना हुआ है। हालांकि जानकार इसे जनसुराज से जोड़कर देख रहे हैं। बहस भी इसी पर कि पोल खोल जनसुराज ने ही किया था। ऐसे में, पटना की सड़कों पर लगे एक विवादित पोस्टर ने पूरे राज्य के राजनीतिक माहौल को नई दिशा दे दी है।
विवादित पोस्टर और लगे आरोप
इस पोस्टर में एनडीए नेताओं अशोक चौधरी, संजय जायसवाल, दिलीप जायसवाल, सम्राट चौधरी और मंगल पांडेय पर उपनामों के जरिए तंज कसा गया है।
- अशोक चौधरी को जमीन चोर, संजय जायसवाल को पेट्रोल चोर, दिलीप जायसवाल को कॉलेज चोर, सम्राट चौधरी को नाम बदलू, मंगल पांडेय को कॉटन बैंडेज चोर बताया गया।
पोस्टर में आरोप उसी अंदाज में लगाए गए हैं, जैसे कि जनसुराज संस्थापक प्रशांत किशोर पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में जता चुके हैं। ऐसे में पोस्टर के पीछे जनसुराज या उसके समर्थकों की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
<
मोदी जी के रत्नों की सूची किसी ने पटना में लगा दी है!
उपनाम इस प्रकार लिखी हुई है
जमीन चोर
पेट्रोल चोर
कॉलेज चोर
नाम बदलू
कॉटन बैंडेज चोर pic.twitter.com/mBC1nSjPG0— Priyanka Bharti (@priyanka2bharti) September 26, 2025
राजद की एंट्री और सियासी गर्मी
मामला तब और गरमा गया जब राजद प्रवक्ता प्रियंका भारती ने पोस्टर की तस्वीर ट्विटर पर साझा की। उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज में लिखा कि “मोदी जी के रत्नों की सूची किसी ने पटना में लगा दी है।” साथ ही उन्हीं उपनामों को ट्वीट में दोहराया। इससे यह साफ हो गया कि राजद भी इस मुद्दे को हवा देने से पीछे नहीं है।
राजनीतिक सवाल
जनसुराज लगातार महागठबंधन और राजद पर आरोप लगाता रहा है। अब राजद प्रवक्ता द्वारा इस पोस्टर को हवा देना कई सवाल खड़ा करता है।
क्या सच में तेजस्वी यादव की टीम जनसुराज की पिच पर खेल रही है या यह सिर्फ एनडीए के खिलाफ माहौल बनाने का तरीका है? नतीजा यह है कि पोस्टर विवाद ने बिहार की सियासत में नई हलचल मचा दी है और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तेज़ी से उठने की संभावना है।