Bihar Politics: – हे देश दीवाना मोदी का—पिछले लोकसभा चुनाव में सांसद बानवे के बा हो -गाना यूं फ्लॉप हो गई कि वह सीट ही गंवा बैठे, उपेंद्र कुशवाहा से रस्सी ऐंठन वाली दुश्मनी मोल ले बैठे। लेकिन अब करवट दोस्ती में बदल गई है। अब यह गाना जमकर वायरल होने वालो जो अब इस बिहार चुनाव में तय है बजेगा ही, एमएलए बनावे के बा हो- पर आकर टिक गया है। जहां, 5 अक्टूबर को BJP जॉइन करेंगे पवन सिंह! कौन सी सीट से लड़ेंगे चुनाव, बड़ा खुलासा जल्द।
भोजपुरी स्टार पवन सिंह की सियासत में एंट्री, BJP में होगी धमाकेदार वापसी—राजपूत वोट बैंक पर टिकी नज़र। 5 अक्टूबर को BJP में शामिल होंगे पवन सिंह, लेकिन किस सीट से लड़ेंगे चुनाव? जानिए पूरी अंदर की खबर
Bihar में गरमाई सियासत: पवन सिंह BJP में लौट रहे, शाहाबाद की 22 सीटों पर पड़ेगा असर? भोजपुरी पावर स्टार का पॉलिटिकल पावर शो, पवन सिंह की BJP वापसी से कौन होगा सबसे ज्यादा परेशान?
पवन सिंह और उनकी पत्नी दोनों चुनावी मैदान में? बिहार की राजनीति में बड़ा ट्विस्ट।BJP में पवन सिंह की एंट्री से काराकाट सीट पर बदलेगा समीकरण, NDA की हार का बदला लेगी पार्टी?
भोजपुरी बेल्ट में पवन सिंह का जलवा—BJP का मास्टरस्ट्रोक या बड़ा दांव? 5 अक्टूबर को BJP में शामिल होंगे पवन सिंह, भोजपुर-बक्सर-रोहतास पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर। सियासत में गूंजेगा भोजपुरी स्टारडम! पवन सिंह की BJP एंट्री से बिहार चुनाव में मच सकती है खलबली
Bihar Politics: पवन सिंह 5 अक्टूबर को थामेंगे बीजेपी का दामन, राजपूत वोट बैंक और भोजपुरिया बेल्ट पर रहेगा असर
5 अक्टूबर को करेंगे औपचारिक एंट्री
भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह की भाजपा (BJP) में घर वापसी तय हो गई है। पार्टी सूत्रों ने पुष्टि की है कि वे आगामी 5 अक्टूबर को औपचारिक रूप से भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। भोजपुरिया बेल्ट में उनकी लोकप्रियता और गहरी पैठ को देखते हुए यह कदम भाजपा के लिए बेहद रणनीतिक माना जा रहा है।
दिल्ली मुलाकात के बाद बढ़ी अटकलें
हाल ही में पवन सिंह ने दिल्ली में उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही उनकी भाजपा में वापसी की चर्चा तेज हो गई थी। अब भाजपा नेताओं ने साफ कर दिया है कि वे 5 अक्टूबर को पार्टी में शामिल होंगे।
भोजपुरिया बेल्ट में असर
पवन सिंह का प्रभाव शाहाबाद क्षेत्र (भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर) की 22 विधानसभा सीटों पर खासा मजबूत है। साथ ही, उनका राजपूत समाज पर गहरा प्रभाव है। भाजपा रणनीतिकार मानते हैं कि उनकी एंट्री से पार्टी को चुनावी फायदा होगा।
काराकाट सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा
2024 लोकसभा चुनाव में पवन सिंह ने काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जिससे एनडीए को नुकसान हुआ। चर्चा है कि इस बार भाजपा उन्हें काराकाट विधानसभा सीट से टिकट दे सकती है।
पत्नी ज्योति सिंह भी राजनीति में सक्रिय
दिलचस्प पहलू यह है कि पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने भी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उनकी हालिया सक्रियता से यह माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति में दोनों की जोड़ी एक बड़ा फैक्टर बन सकती है।
भाजपा की रणनीति
भाजपा के रणनीतिकार मानते हैं कि पवन सिंह की एंट्री से राजपूत वोट बैंक को साधा जा सकेगा। भोजपुरी फिल्मों के जरिए युवाओं और आम जनता को आकर्षित किया जा सकेगा। हालांकि, विपक्ष उनके खिलाफ “ग्लैमर बेस्ड नेता” का नैरेटिव खड़ा कर सकता है।
भाजपा वापसी बिहार की राजनीति में नया मोड़
पवन सिंह की 5 अक्टूबर की भाजपा वापसी बिहार की राजनीति में नया मोड़ साबित हो सकती है। अब देखना यह होगा कि भाजपा उन्हें किस सीट से चुनाव लड़वाती है और क्या वे अपनी सिनेमा की लोकप्रियता को वोटों में बदल पाते हैं।