
बिहार में एआई वीडियो से बवाल! कांग्रेस पर भाजपा का हमला – ‘PM मोदी की मां का अपमान’ 36 सेकेंड का वीडियो और मचा तूफ़ान! पीएम मोदी की मां को लेकर कांग्रेस पर घिरी आफत| ‘साहब के सपनों में आईं मां’ – कांग्रेस के एआई वीडियो पर भाजपा का गुस्सा फूटा। कांग्रेस ने PM मोदी की दिवंगत मां पर बनाया एआई वीडियो?@चुनावी कांव-कांव देशज टाइम्स पॉलिटिकल कॉर्नर।
बिहार कांग्रेस के AI video पर भड़की भाजपा, कहा—फिर से पीएम मोदी की मां का अपमान
बीजेपी ने कहा – शर्मनाक हरकत! पीएम मोदी की मां पर एआई वीडियो? कांग्रेस को BJP ने बताया ‘नीच राजनीति’। गिरिराज सिंह का बड़ा बयान – कांग्रेस को AI वीडियो पर ‘सामाजिक और कानूनी सज़ा’ मिलनी चाहिए। भाजपा भड़की: ‘कांग्रेस ने पार की सारी हदें, अब मां-बेटे के रिश्ते पर भी राजनीति’
बिहार कांग्रेस के AI जनरेटेड video से बिहार की राजनीति में बवाल, सत्ता-विपक्ष में जबरदस्त टकराव
बिहार की राजनीति में एक बार फिर विवाद गहराया है। इस बार कारण बना है कांग्रेस द्वारा साझा किया गया एक एआई जनरेटेड वीडियो, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन मोदी जैसी दिखने वाली आकृतियां नज़र आ रही हैं। यह वीडियो महज 36 सेकंड का है, लेकिन इसके कंटेंट ने सत्ता और विपक्ष के बीच जबरदस्त टकराव खड़ा कर दिया है।
साहब के सपनों में आईं “माँ”
देखिए रोचक संवाद pic.twitter.com/aA4mKGa67m
— Bihar Congress (@INCBihar) September 10, 2025
वीडियो का कंटेंट और विवाद की शुरुआत
गुरुवार देर रात कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट किए गए इस वीडियो का टाइटल है— “साहब के सपनों में आईं मां”।
इसमें एक शख्स, जो पीएम मोदी जैसा दिख रहा है, अपने सपने में मां जैसी दिखने वाली महिला से बातचीत करता दिखाया गया। वीडियो में महिला कहती है— “राजनीति के लिए कितना गिरोगे?” आगे वह यह भी कहती है कि “नोटबंदी के समय लोगों को लाइन में खड़ा किया, पैर धोने की रील बनाई और अब बिहार में मेरे नाम पर राजनीति कर रहे हो।”
इसी विवादित कंटेंट ने भाजपा को कांग्रेस पर खुलकर हमला करने का मौका दिया।
भाजपा का कांग्रेस पर तीखा हमला
भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा—कांग्रेस ने राजनीतिक बहस को नीचता की हद तक गिरा दिया है। प्रधानमंत्री की स्वर्गवासी मां का एआई वीडियो बनाना और उसे सार्वजनिक करना सिर्फ राजनीतिक लाभ उठाने की घटिया कोशिश है।
उनके मुताबिक, “कांग्रेस को मां-बेटे की भावना का अंदाजा ही नहीं है, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण कदम है।”
बिहार भाजपा ने भी अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से इस वीडियो को री-पोस्ट कर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। भाजपा ने लिखा— “कांग्रेस बार-बार पीएम मोदी की स्वर्गवासी माता का अपमान कर रही है और अब नकली वीडियो बनाकर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रही है।”
कांग्रेस पीएम श्री नरेंद्र मोदी जी की स्वर्गवासी माताजी जी के बार-बार अपमान की कसम खा ली हैं।
कुछ नहीं मिला तो नक़ली वीडियो के माध्यम से पीएम मोदी जी की माता जी नक़ली वीडियो में उनके मुँह से वो शब्द बोलते दिखा रही है जो उनका सरासर अपमान है।
वो इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन… https://t.co/V7PX0vKNf5
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) September 11, 2025
गिरिराज सिंह ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
मामले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बेगूसराय में कहा—
कांग्रेस को इस शर्मनाक हरकत के लिए सामाजिक और कानूनी दोनों स्तर पर सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब फ्रॉड और दुराचारी राजनीति का रास्ता अपना रही है। सिंह ने यह भी जोड़ा कि “राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व को समझना चाहिए कि इस तरह की हरकतें अंततः उन्हीं पर भारी पड़ेंगी।”
राजनीति में एआई का इस्तेमाल और नैतिक सवाल
यह पहला मौका नहीं है जब एआई जनरेटेड कंटेंट को लेकर विवाद खड़ा हुआ हो।आर्टि फिशियल इंटेलिजेंस (AI) आज राजनीति और चुनाव प्रचार का अहम टूल बन चुका है। लेकिन एआई से बनाए गए ऐसे फेक वीडियो और डीपफेक्स राजनीतिक माहौल को बिगाड़ने के साथ-साथ नैतिक सवाल भी खड़े करते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की गतिविधियां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करती हैं।
कानूनी कार्रवाई की संभावना
भाजपा नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद अब यह मामला सिर्फ राजनीतिक बहस तक सीमित नहीं रहेगा। भाजपा नेताओं ने साफ संकेत दिए हैं कि कांग्रेस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
संभव है कि आने वाले दिनों में इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया और अन्य एजेंसियाँ इस मुद्दे पर नियम-कानून लागू करने की दिशा में कदम उठाएं।
चुनावी राजनीति में टेक्नोलॉजी-एथिक्स के टक्कर
एआई वीडियो पर छिड़ा यह विवाद सिर्फ एक राजनीतिक लड़ाई नहीं, बल्कि आने वाले समय में भारत की चुनावी राजनीति में टेक्नोलॉजी और एथिक्स के टकराव की झलक है। एक ओर कांग्रेस इस वीडियो को राजनीतिक व्यंग्य मान सकती है, वहीं भाजपा इसे असम्मानजनक और संवेदनशील मुद्दा बता रही है। आने वाले दिनों में यह विवाद कितना गहराता है, यह देखना दिलचस्प होगा।