बिहार की राजनीति बदलेगी। राजनीतिक घटनाक्रम हर पल, हर क्षण बदल रहे। बदलने के आसार साफ हैं। देखते हैं, आगे-आगे होता है क्या। सभी दलों की अपनी तैयारी। अपना तेवर। अपना पुख्ता अंदाज। शुरुआत तो है बड़ी (Bihar Politics. Lalu-Nitish meeting, everything is hot in cold) धमाकेदार। ऐसे में, अलगाववाद भी सामने है।
Bihar Politics | अलग होने के कयास। ऐन मौके पर लालू-नीतीश की मुलाकात
अलग होने के कयास। ऐन मौके पर लालू-नीतीश की मुलाकात। वह भी तेजस्वी यादव के साथ। बात निकलेगी या दूर जाने से पहले ही ठमक जाएगी। तथाकथित जो हैं, इसे नाराज नीतीश कुमार से जोड़ रहे। कोई इसे लोकसभा चुनाव के सीट बंटवारे से जोड़ रहा। कोई गठबंधन की सरकार पर चाय की चर्चा मान रहा। मत अनेक हैं। कई मद्देनजर बैठकें स्वभाविक है। बस देखने का नजरिया आप जैसों की है। चाहे दलों के मनमुटाव हों, तैयारियों का नवविस्तार हो। कुछ अलग करने की सोच हो।
Bihar Politics | जीतन राम मांझी भी हम में दम भरने में
अब देखिए ना, इस बीच पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी हम में दम भरने में पूरी ताकत झोंक दी है। दल भी तैयार है। कार्यकर्ता भी ऑन हैं। सो,भले, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी अभी दिल्ली में हों, लेकिन नजरें बिहार पर हैं, जहां की पिच तेज गेंदबाजों के लिए काफी मददगार साबित होने जा रहे हैं। अब इस गेंदबाजी की फेहरिस्त में लालू हैं। नीतीश हैं। तेजस्वी हैं। मांझी हैं तो…चिराग, कुशवाहा और सारे बीजेपी के कर्ता-धर्ता हैं।
दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात पर मेरी नजर है।
राज्य के राजनैतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है।
जो भी हो राज्यहित में होगा।
जय बिहार….— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) January 19, 2024
ये पूर्व सीएम जीतन राम मांझी हैं। फिलहाल, अभी दिल्ली में हैं। हम की वहां बैठक है। मगर, नजर बिहार की सियायत पर जहां अभी अभी इस बीच नीतीश कुमार और लालू यादव की रूबरू पॉलिटिक्स की कोल्ड को हॉट बनाए रखे हुए है।
Bihar Politics | बैठक खत्म क्या हुई,क्या सचमुच, बिहार में कुछ बदलेगा
यही वजह रही, बैठक खत्म क्या हुई, जीतन राम मांझी की त्वरित प्रतिक्रिया आई। कहा, बिहार की राजनीतिक गतिविधियों पर उनकी नजर है। वे हर हालात के लिए पूरी तरह तैयार हैं। क्या सचमुच, बिहार में कुछ बदलेगा। जीतन राम मांझी की बातों के संकेत क्या हैं। मगर, सवाल यही, बदलाव आखिर क्या होंगें। यह मांझी की खुली किताब के पन्नों से भी फिलहाल गायब है।
Bihar Politics | ये मुलाकात बहाना है। दरअसल, बीजेपी को हराना है
आइए पहले चलते हैं उस मुलाकात पर, जहां राजद से नीतीश की नाराजगी की खबरों के बीच लालू-तेजस्वी और मुख्यमंत्री नीतीश की यह बैठक हुई है। बकौल तेजस्वी, ये मुलाकात बहाना है। दरअसल, बीजेपी को हराना है। गठबंधन में सब कुछ ऑल इज वेल है।
Bihar Politics | क्या गठबंधन में दरार है ना….ना….ना…
क्या गठबंधन में दरार है ना….ना….ना… डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सीधे नकारते हैं। हम, हमारी सरकार लगातार, जनता के लिए काम कर रही है। उसी के लिए सोच रही।महागठबंधन बनने के साथ ही बीजेपी में बेचैनी है। गठबंधन तो एकजुट है। ये सीएम से कामकाज वाली मुलाकात थी। हम लोगों का लगातार मिलना रहता है। हम आगे भी मिलेंगे। सरकार अपनी है। कामकाज के लिए मिलना जरूरी रहता है। आप को किस बात की तकलीफ है। सीएम नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में हर एक काम हो रहा है। हर चीजों पर हमारी नजर है। हम लोग मजबूती के साथ खड़े हैं। काम भी कर रहे हैं। इसको लेकर मिलने से जिसे दर्द हो रहा है हो।
Bihar Politics | आप लोगों को जो ठीक लगे वह कहिए, लेकिन अफसोस है
तेजस्वी फिर मीडिया को लपेटे में लिया। पूछा, साफ शब्दों में कह दिया,आप लोगों को जो ठीक लगे वह कहिए, लेकिन अफसोस है। आप लोग जो सवाल पूछ रहे हैं उसको लेकर बार-बार जस्टिफाई करने की हमें जरूरत नहीं है। आप एक बार समझिए बीजेपी का हारना तय है। बिहार से बीजेपी का सुपड़ा साफ होना तय है।
Bihar Politics | जब से महागठबंधन बनी। लालू-नीतीश एक हुए। बीजेपी पीड़ा में है।
जब से महागठबंधन बनी। लालू-नीतीश एक हुए। बीजेपी पीड़ा में है। अफवाह फैला रही है। अफवाह उड़ाना, झूठी बात करना और झूठी एजेंडा चलाना बीजेपी का एजेंडा है। हम आपसे पूछना चाहते हैं, आपके चैनल से पूछना चाहते हैं, बीजेपी कितना सीट पर बीजेपी बिहार में चुनाव लड़ रही है, क्या देश स्तर पर बीजेपी की सीट शेयरिंग तय हो गई है। फिर आपकी चिंता इंडी गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर क्यों है। जदयू के साथ हम हैं। हम जदयू के साथ मजबूती के साथ लड़ेंगे। नीतीश जी के नेतृत्व में हम लोग काम कर रहे हैं।
Bihar Politics | मांझी की संभावना वाली उम्मीदें हैं, उन्होंने जताई है कि जो भी वो करेंगे राज्यहित में होगा
वहीं,एक्स पर मांझी एक्टिव हैं। लिखा, अपनी पार्टी के विधायकों को 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया हूं। मांझी की संभावना वाली उम्मीदें हैं जो उन्होंने जताई है कि जो भी वो करेंगे राज्यहित में होगा।
Bihar Politics | हकीकत यही है, मांझी की पार्टी के 4 विधायक, चारों 25 जनवरी तक पटना में ही रहेंगे, यानि फिर वही कयासबाजी
अब क्या है ना यह बिहार है। यहां के कयास जगजाहिर हैं। जीतन राम मांझी पहले भी कह चुके। अमित शाह ने भी उसपर धी डाल दिया कि नीतीश कुमार एनडीए में आ सकते हैं। आमंत्रित हो चुके हैं। मगर हकीकत यही है, मांझी की पार्टी के पास 4 विधायक चारों 25 जनवरी तक पटना में ही रहेंगे। फिर वही कयासबाजी, अगर-मगर के फेर में फंसे नीतीश कुमार को लेकर है कि एनडीए में जाते हैं तो बिहार में एनडीए की सरकार बनवाने के लिए मांझी समेत उनके विधायक साथ रहेंगे। ऐसे में एक गीत सुनिए…
Bihar Politics | गाना गुनगुना रहा हूं…यही है बिहार की फिलहाल वाली पॉलिटिक्स…
मांझी नैया ढूंढे किनारा
किसी ना किसी की खोज में है ये जग सारा
मांझी नैया ढूंढे किनारा
कभी ना कभी तो समझोगे तुम ये इशारा
ऐसी कोई मौज नहीं, जिसको कोई खोज नहीं
कोई ना कोई तो हर किसी को लगता है प्यारा
जीवनपथ पर चलते हुए,
एक दिन थककर चलते हुए।
कही ना कही मैं थाम लूंगा आंचल तुम्हारा
जैसे सीता राम मिले,
जैसे राधा श्याम मिले कभी ना कभी तो मिलन होगा तुमसे हमारा…यही है बिहार की फिलहाल वाली पॉलिटिक्स…