
दरअसल, बिहार की पॉलिटिक्स में एक और मां की एंट्री हो गई है। एक मां पहले से सुर्खियों में थी। हालांकि, उनका पिंडदान इसी बिहार की पावन सांस्कृतिक-धार्मिक और पारंपरिक गयाजी की पवित्रता में होने को है, मगर इस बीच दूसरी मां का अनायास आना बिहार की राजनीति में बड़ी बेचैनी लेकरआई है। “बबुआ हमार पीएम होईहे” –चुनावी कांव-कांव, देशज टाइम्स पॉलिटिकल कॉर्नर से मनोरंजन ठाकुर।
चिराग पासवान पर मां का सपना: “बबुआ हमार पीएम होईहे”
“बबुआ हमार पीएम होईहे” – चिराग पासवान पर उनकी बड़ी मां राजकुमारी देवी का बड़ा बयान आया है। इससे एकबारगी, बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। राजकुमारी देवी का सपना है – चिराग पासवान प्रधानमंत्री बनें। इस इच्छा की गूंज बिहार से दिल्ली तक हो रही है, बबुआ पीएम होईहे” – चिराग पासवान को लेकर मां का यह इमोशनल बयान यूं उस वक्त है जब बिहार पॉलिटिक्स में कब कौन किसका साथ छोड़ दे या दामन थाम ले, कहना-समझना मुश्किल।–चुनावी कांव-कांव, देशज टाइम्स पॉलिटिकल कॉर्नर से मनोरंजन ठाकुर।
– चिराग ही होंगे प्रधानमंत्री–खलबली है
“चिराग ही होंगे प्रधानमंत्री” –बड़ी मां के बयान से एनडीए ही नहीं बिहार की राजनीति में खलबली है। इतना ही नहीं, इससे पासवान परिवार में एकजुटता भी स्पष्ट है। अब – मां बोलीं हैं, चिराग प्रधानमंत्री बनेंगे, यही मेरा सपना है, तो “पूरा देश उन्हें देख रहा है” – राजकुमारी देवी का फिलहाल तो यह दावा है, लेकिन क्या सचमुच, चिराग पासवान के पीएम बनने का सपना पूरा होगा?–चुनावी कांव-कांव, देशज टाइम्स पॉलिटिकल कॉर्नर से मनोरंजन ठाकुर।
– पारंपरिक सोहर गीत और राजनीति का मेल बिहार की राजनीति में बड़ा खेल, हलचल है
बिहार की राजनीति में इन दिनों एक पारंपरिक सोहर गीत खूब चर्चा में है। गीत के बोल हैं – बबुआ हमार डीएम होईहे, बबुआ हमार पीएम होईहे नाना, ई तो डीएम होईहे हो ए राजा जी, ए राजा जी, इंद्र के सितारा, ये तो सीएम हुईहे, वो से तो पीएम हुईहे। आम तौर पर यह गीत खुशियों के मौके पर गाया जाता है, लेकिन अब यह गीत सियासी रंग ले चुका है। वजह हैं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान। बिहार की मौजूदा राजनीति में यह गीत सुपरहिट है। सटीक बैठ भी रहा है। लगातार, चिराग पासवान चर्चा में भी हैं।
खगड़िया का अलॉली…यूं नहीं कहलाता पासवान
हाल ही में खगड़िया जिले के अलौली विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक सभा में चिराग पासवान की बड़ी मां राजकुमारी देवी ने भावुक बयान दिया। उन्होंने कहा – चिराग पासवान प्रधानमंत्री बनें, यही मेरा सपना है। इस बयान ने बिहार की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। यह बयान न केवल पासवान परिवार की एकजुटता को दिखाता है, बल्कि चिराग की बढ़ती लोकप्रियता और उनकी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा को भी उजागर करता है।
चिराग-रामविलास और राजनीतिक पकड़
चिराग पासवान ने अपने पिता, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की राजनीतिक विरासत को संभालते हुए पार्टी को मजबूत किया है। वे वर्तमान में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के हिस्सा हैं। उनकी पार्टी बिहार की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाती रही है। बिहार की राजनीति में चिराग की सक्रियता और युवा नेतृत्व को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश देखने को मिल रहा है।
परिवार और संगठन में ताकत की लौ जली है
चिराग पासवान को लेकर अक्सर यह कहा जाता रहा है कि पासवान परिवार में मतभेद हैं।
लेकिन अब राजकुमारी देवी के बयान ने यह संदेश दिया है कि परिवार के भीतर एकता की तस्वीर सामने आ रही है। उन्होंने साफ़ कहा कि – चिराग पासवान ने जिस तरह से पार्टी और कार्यकर्ताओं को संभाला है, उससे लोगों का हौसला बढ़ा है।
शहरबन्नी में समर्थन के बड़े मायने, साफ संदेश
खगड़िया जिला इन दिनों चुनावी माहौल में है। राजकुमारी देवी ने साफ कहा कि शहरबन्नी विधानसभा सीट से जो भी उम्मीदवार होंगे, उन्हें समर्थन मिलेगा। इसका मतलब है कि पार्टी ने रणनीतिक तैयारी शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान न केवल भावुकता है, बल्कि राजनीतिक संदेश भी है।
यह कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने का तरीका है। साथ ही यह संकेत है कि चिराग पासवान अब बिहार से बाहर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने की ओर अग्रसर हैं।
बिहार नापेंगे साधेंगे दिल्ली…हसरत यही है
निसंदेह, चिराग पासवान का सपना बिहार के मुख्यमंत्री तक सीमित नहीं है। उनकी मां और परिवार का सपना है कि वे एक दिन प्रधानमंत्री बनें। हालांकि वर्तमान में वे लोकसभा में सीमित सीटों पर प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। राजकुमारी देवी का बयान यही दिखाता है कि अब पार्टी का फोकस सिर्फ बिहार तक नहीं, बल्कि दिल्ली की राजनीति पर भी है।
यह सिर्फ चुनावी जोश भरने का एक तरीका…
चिराग पासवान की मां का यह बयान न केवल उनकी व्यक्तिगत भावनाओं को दर्शाता है, बल्कि सियासी संदेश भी देता है। बिहार की राजनीति में चिराग पासवान का कद लगातार बढ़ रहा है। परिवार की यह खुली घोषणा उन्हें राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा की ओर ले जाती है।
आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सचमुच “बबुआ हमार पीएम होईहे” का सपना हकीकत बनता है या यह सिर्फ चुनावी जोश भरने का एक तरीका है।