
बिहार NDA में खींचतान तेज! एनडीए में सीट बंटवारे पर घमासान! श्रवण कुमार का बड़ा हमला – मांझी ने मांगी 20 सीटें। सीट बंटवारे से पहले सियासी भूचाल! NDA में मांझी की 20 सीटों की मांग ने बढ़ाया दबाव। बिहार NDA में बढ़ी सिरदर्दी! मांझी बोले– ‘20 सीटें चाहिए’, जेडीयू बोली– ‘हम बड़े भाई’। पटना से दिल्ली तक हलचल! मांझी की मांग से NDA में खिंचाव, श्रवण कुमार ने साधा निशाना।बिहार NDA में सीटों पर जंग! मांझी की धमक– ‘20 सीटें चाहिए’, श्रवण कुमार का पलटवार@चुनावी कांव-कांव डेस्क,देशज टाइम्स पॉलिटिकल ब्यूरो
बिहार चुनाव 2025: NDA में सीट बंटवारे पर घमासान, श्रवण कुमार बोले– JDU रहेगा बड़ा भाई, मांझी ने मांगी 20 सीटें
पटना, देशज टाइम्स चुनावी कांव-कांव डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले NDA में सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान तेज हो गई है। इसी बीच बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संस्थापक जीतन राम मांझी के बयानों ने सियासत को और गरमा दिया है।
अमित शाह के आवास पर चल रही बैठक
श्रवण कुमार ने बताया कि सीट शेयरिंग को लेकर दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बैठक चल रही है, जहां यह तय होगा कि किस दल को कितनी सीटें मिलेंगी।
उन्होंने दावा किया कि बिहार में जदयू हमेशा बड़े भाई की भूमिका में रही है और आगे भी इसी भूमिका में रहेगी।
विपक्ष पर हमला और तेजस्वी पर तंज
एनडीए के बिहार बंद को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि दोनों युवराज (तेजस्वी यादव और राहुल गांधी) को सोने की चम्मच से दूध पिलाया गया, लेकिन उन्होंने बिहार को शर्मसार किया है।
उन्होंने पीएम मोदी की मां पर की गई अभद्र टिप्पणी की निंदा करते हुए विपक्ष से माफी की मांग की। तेजस्वी यादव के पटना मरीन ड्राइव पर डांस को लेकर भी उन्होंने तंज कसा और कहा कि सरकार ने इतना विकास किया है कि अब विदेश जाकर डांस करने की जरूरत नहीं।
मांझी की 20 सीटों की मांग से बढ़ी सियासी हलचल
इधर, जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान देकर NDA में सीट बंटवारे को लेकर हलचल तेज कर दी है। मांझी ने कहा –
“अगर NDA में हमारे लिए सहानुभूति और सम्मान है, तो हमारी पार्टी को कम से कम 20 सीटें दी जानी चाहिए।”
याद दिला दें कि 2020 के विधानसभा चुनाव में HAM (S) को 4 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार मांझी अपनी पार्टी का जनाधार मगध क्षेत्र सहित कई इलाकों में मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
NDA के लिए नई चुनौती
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि मांझी की इस मांग के बाद बीजेपी और जेडीयू के सामने सीट शेयरिंग को लेकर नई चुनौती खड़ी हो गई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि NDA, मांझी की मांग पर कितना गंभीर रुख अपनाता है।