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23 नवम्बर, 2024
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Nitish Kumar: लच्छेदार लहजे में आदर्शवादिता का मुखौटा, Amitaabh के शब्दों में यह पत्रकारिता की कलई खोलना भी है

कुछ दिन पहले तक वैकल्पिक मीडिया के तमाम धुरंधर विश्लेषक नीतीश कुमार के क़सीदे काढ़ते हुए उनको ग़ैर बीजेपी गठबंधन का महानायक बता रहें थे।

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Nitish Kumar: भारतीय राजनीति के इतिहास में अभूतपूर्व सत्तालोलुपता, बेशर्मी और अवसरवादिता का सबसे कलुषित उदाहरण साबित हुए हैं। ऐसी दूसरी मिसाल ढूँढना मुश्किल है जब एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री की कुर्सी से जोंक की तरह चिपके रहने के लिए इतनी बार पलटी मारी हो और अपनी मौकापरस्ती को लच्छेदार लहजे में आदर्शवादिता का मुखौटा पहनाया हो।

Nitish Kumar: इंडिया गठबंधन को छिन्नभिन्न करके चुनावी संभावनाओं और छवि को बहुत तगड़ा नुक़सान पहुंचाया है

आरजेडी और कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के नेता चाहे कितनी भी हिम्मत दिखायें, कड़वा सच तो यही है कि लोकसभा चुनाव के साल में बीजेपी के साथ फिर हाथ मिलाकर नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन को छिन्नभिन्न करके जनता की दृष्टि में उसकी चुनावी संभावनाओं और छवि को बहुत तगड़ा नुक़सान पहुंचाया है।

Nitish Kumar: घटनाक्रम ने वैकल्पिक राजनीति और वैकल्पिक पत्रकारिता दोनों की ही कलई खोल दी है

अकेले राहुल गांधी क्या कर लेंगे, कितना कर लेंगे जबकि राजनीति में कोई आदर्श , कोई सिद्धांत नहीं बचा है। देखा जाए तो बिहार के इस घटनाक्रम ने वैकल्पिक राजनीति और वैकल्पिक पत्रकारिता दोनों की ही कलई खोल दी है। समाजवादी आंदोलनों से निकले जेपी, लोहिया के चेलों ने राजनीति से लेकर पत्रकारिता तक अद्भुत खेल दिखाए हैं।

Nitish Kumar: उनके पलटी मारने की संभावनाओं की ख़बरों को गोदी मीडिया का षड्यंत्र बता रहे थे

कुछ ही दिन पहले तक वैकल्पिक मीडिया के तमाम धुरंधर विश्लेषक नीतीश कुमार के क़सीदे काढ़ते हुए उनको बीजेपी के खिलाफ मोर्चेबंदी का अग्रदूत और ग़ैर बीजेपी गठबंधन का महानायक बना रहे थे और उनके पलटी मारने की संभावनाओं की ख़बरों को गोदी मीडिया का षड्यंत्र बता रहे थे।

 

(अमिताभ श्रीवास्तव टेलीविजन पत्रकार हैं। पूर्व में टीवी टुडे नेटवर्क लिमिटेड,इंडिया टीवी, आजतक के कार्यकारी संपादक रहे हैं। उनका FB WALL @amitaaabh है। उनके द्वारा व्यक्त किए गए विचार निजी हैं।)

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