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आपका सर्वश्रेष्ठ, सटीक, शानदार देशज टाइम्स (DeshajTimes.Com) आगामी 20 जुलाई 2023 को 5 साल का हो जाएगा।
आप इसके भागीदार हैं। हमारी पत्रकारिता के आप समस्त सुधी सम्मानित पाठक आन, बान, शान हैं। DeshajTimes.Com की पत्रकारिता स्वच्छता, शुचिता की पत्रकारिता है। बिना लाग-लपेट। बिना पक्ष-विपक्ष। जो सही है, वही हम लिखते हैं। बस, पत्रकारिता को जिंदा रखने की कोशिश करते हैं। उसे कतई बेचते नहीं।
पत्रकारिता मिशन को जिंदा रखना ही हमारा मकसद है। दलाल संस्कृति, पैसों की उगाही वाली प्रचलित हो रही परंपरा हो या डराने-धमकाने की नीयत से होने वाली पावर जर्नलिज्म, हम कतई नहीं करते।
हम, वही करते हैं जो पत्रकारिता की आत्मा है। उसकी नियति है। जिस बूते देशज टाइम्स आज बिहार की सर्वश्रेष्ठता में सर्वअग्रसर है। चौथे स्तंभ की अगुवाई है। बिहार की लोकतंत्र, उसकी परंपरा का ध्वजवाहक है।
सत्य। न्याय और समानता की खोज। तंत्र को प्रभावित करने की बारीकी। सटीकता। निष्पक्षता। जिम्मेदारियों के मानक। जनता की नजरों में दोषी हो जाना। उचित प्रक्रिया पर दीर्घकालिक प्रभाव को मापना।
क्रियाशील और स्वस्थ लोकतंत्र को यूं परिभाषित करना। एक सही विमर्श गढ़ने की प्रवृत्ति। प्रभावित लोगों के जीवन पर उचित प्रक्रिया। उसके दीर्घकालिक प्रभाव। विविधतापूर्ण और सक्षम प्रतिनिधित्व देने वाला हमारा, आज का यह मीडिया किस तरफ बहक चला है। यह हमें आज सोचना होगा।
कारण, वास्तव में पत्रकार होना, कहलाना और पत्रकारिता करने के बीच क्या, उसके अंत:करण, उसका सामुच्य, उसकी परिभाषा, उसका दृष्टिकोण, उसका आवरण, उसका संपूर्ण सामुच्य, उसके निर्बाध तत्व, उसकी मानसिकता, जरूरत, क्षमता, विश्लेषण के तार्किक शक्ति, मनोदशा, स्पष्टता, गुणवत्ता, लेखनी, उसके आचरण, उससे जनित शब्द, समाज और सामाजिक सरोकारों के प्रति दायित्वों के ईमानदार निवर्हन कहां तक हो रहे, यह आज सोचनीय हैं?
कहीं से कुछ उतार लेना। पाठकों के बीच उसे परोस देना कतई स्वच्छ, बहुआयामी और अनंत पत्रकारिता मिशन का अंग नहीं हो सकता। ना ही इसे बनाने की कतई कहीं जिद होनी चाहिए। इसे समझने की जरूरत हैं। ऐसे में, DeshajTimes.Com चुनिए वही जो सर्वश्रेष्ठ हो…जुड़िए वहीं जहां जड़ हो…
सादर
DeshajTimes.Com परिवार
5 साल, लगातार